S Jaishankar On Afghan Sikh Refugees: केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार (8 जून) को दिल्ली में गुरु अर्जुन देव गुरुद्वारा जाकर वहां दर्शन किया और अफगानिस्तान से भारत आए सिख शरणार्थियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं.
विदेश मंत्री ने सिख शरणार्थियों के मुद्दे का समाधान करने का आश्वासन देने के साथ ही नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ''अगर वो कानून नहीं होता तो इन लोगों का क्या होता.''
सिख शरणार्थियों से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री का बयान
विदेश मंत्री जयशंकर ने सिख शरणार्थियों से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा, ''इन्होंने (सिख शरणार्थी) बहुत विस्तार से विवरण दिया कि वहां काबुल में क्या हुआ और जो कह रहे थे, बिल्कुल सच था. आप ये भी सोचिए, जिस कानून (CAA) के बारे में आप कह रहे हैं, उस कानून के कारण इन लोगों को विश्वास था कि हम आएंगे और हमारा कर्तव्य था कि हम जाएं.''
केंद्रीय मंत्री जयशंकर ने कहा, ''आप देखिए कि अगर वो कानून नहीं होता तो इन लोगों का क्या होता.'' उन्होंने कहा, ''कभी-कभी हम हर चीज को राजनीति बना देते हैं. ये राजनीति का मामला नहीं है, ये इंसानियत का मामला है. इनको इस हालत में कौन छोड़ सकता था.'' विदेश मंत्री ने कहा, "आज उसी विश्वास से वो आए हैं. हमें वो विश्वास चुकाना चाहिए. इनकी जो मांगे हैं, जो चिंताएं हैं, इसे हम किसी तरीके से जितना कर सकते हैं, हम जरूर करेंगे.''
नागरिकता और वीजा को लेकर हर संभव मदद करेंगे- विदेश मंत्री
इससे पहले विदेश मंत्री ने कहा कि वह अफगानिस्तान से भारत आए सिखों से मिलना चाहते थे और उनके मुद्दों को समझना चाहते थे. उन्होंने कहा कि उन्हें (सिख शरणार्थियों को) वीजा और नागरिकता को लेकर कुछ दिक्कतें हैं, उन मुद्दों का समाधान किया जाएगा. एस जयशंकर ने कहा, ''कुछ लोग अब भी अपनी नागरिकता पाने का इंतजार कर रहे हैं. नागरिकता और वीजा को लेकर हम हर संभव मदद मुहैया कराएंगे. उनकी मदद करना हमारी जिम्मेदारी है.''
बता दें कि बीजेपी नीत केंद्र की मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो चुके हैं. बीजेपी सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है. इसी के तहत गुरुवार (8 जून) से विदेश मंत्री ने अपने अभियान की शुरुआत की है. उन्होंने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया और राजनीति से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए.