India-Canada Relations: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ओर से खालिस्तान आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाने के बाद दोनों देशों के रिश्ते तो खराब हुए ही हैं साथ ही ट्रूडो बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. अब इसको लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने जस्टिन ट्रूडो को निशाने पर लिया. शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में उन्होंने लिखा कि हरदीप सिंह निज्जर के प्रकरण में भारत को दोष क्यों दिया जा रहा है?


सामना में उन्होंने लिखा, “भारतीय एजेंसियों ने निज्जर की हत्या की या नहीं ये अलग बात है लेकिन देश की रक्षा के लिए ऐसी कार्रवाई करने का हक भारत जैसे देश को है. अमेरिका पाकिस्तान में घुसकर लादेन को मारता है, इसकी सराहना कनाडा समेत दुनिया के कई देशों ने की. मानव कल्याण के नाम पर अमेरिकी सेना इराक में घुस गई और सद्दाम हुसैन को फांसी पर लटका दिया. अफगानिस्तान में फौज घुसाने में अमेरिका और रूस आगे थे. उनके देश को खतरा हुआ तो इन्होंने नेक मानवीय उद्देश्यों का ढिंढोरा पीटते हुए इस तरह के कृत्यों को अंजाम दिया. इसलिए निज्जर प्रकरण में भारत को दोष क्यों देते हो?”


‘जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता घट रही’


संजय राउत ने सामना में आगे लिखा, “कनाडा में प्रधानमंत्री के रूप में जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता घट रही है. ट्रूडो के पास बहुमत भी नहीं है. ऐसे में जगमीत सिंह की पार्टी के समर्थन से उनकी सरकार खड़ी है. सिखों की ये पार्टी खालिस्तान की गुप्त समर्थक है.”


उन्होंने आगे लिखा, “भारत में राजनेता चर्च, मंदिर, मस्जिद की राजनीति करते हैं, लेकिन कनाडा में गुरुद्वारे की राजनीति महत्व रखती है. कनाडा में गुरुद्वारों की स्वतंत्र राजनीति है, लेकिन अपनी वह धार्मिक राजनीति वे भारत की भूमि पर न लाएं. कनाडा की संसद में एक सांसद को खड़े रहकर मांग करनी चाहिए कि कनाडा में जनसंख्या के आधार पर सिखों को ‘खालिस्तान’ चाहिए! कनाडा का असली चेहरा तब देखा जा सकेगा!”


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