शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में बुधवार (23 अगस्त) को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लद्दाख दौरे का जिक्र करते हुए एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा गया. लद्दाख में चीन के कब्जे और हमलों की बात करते हुए मुखपत्र में कहा गया कि पीएम मोदी का यह दावा झूठा है कि भारत ने एक इंच भी जमीन नहीं गंवाई है. राहुल गांधी ने लद्दाख जाकर लोगों से बात करके सच्चाई उजागर कर दी है.


सामना में कहा गया, 'कई जगहों पर चीनी और हिंदुस्तानी सैनिकों में संघर्ष हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी यह सत्य स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. प्रधानमंत्री मोदी दावा करते हैं कि लद्दाख की इंच भर भी जमीन नहीं गंवाई गई है, लेकिन वह पूरी तरह से झूठ बोल रहे हैं. चीन ने हमारे भू-भाग पर अतिक्रमण किया है यह सत्य राहुल गांधी ने उजागर किया है. चीन ने हिंदुस्तान की हद में घुसपैठ की ही है. चीन ने चरागाहों की जमीन को कब्जे में कर लिया है.'


मुखपत्र में कहा- देशभक्ति का ठेका सिर्फ बीजेपी ने ही नहीं लिया
मुखपत्र में शिवसेना ने सड़कों की हालत को लेकर कहा कि राहुल गांधी खुद मोटरसाइकिल चलाकर लेह से होकर लद्दाख तक गए, यह रास्ता दुर्गम और धोखादायक है. इसमें लिखा गया, 'राहुल गांधी का यह साहस किसी वीर जवान की तरह है, वह पैंगांग, नुब्रा और कारगिल भी गए. इस सभी के पीछे राहुल गांधी की देशभक्ति ही है. देशभक्ति का ठेका भाजपा ने ही नहीं लिया है.'


56 इंच का सीना का जिक्र कर पीएम मोदी पर कसा तंज
मुखपत्र में कहा, 'राहुल गांधी पर तंज कसते हुए भाजपा नेता कहते हैं- हिंदी चीनी भाई भाई, यह नारा किसने दिया था? नेहरू के काल में ही चीन ने 45 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली. सवाल वर्तमान काल का है लेकिन भाजपा वाले हमेशा की तरह भूतकाल की अंधेरी गुफा में घुस रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के 56 इंच के सीने के बावजूद चीन भीतर तक घुस आया और उसने हमारी कई चौकियों पर कब्जा जमा लिया. पूर्वी लद्दाख की सीमा पर स्थित पैंगांग क्षेत्र में 5 मई, 2020 को चीन और हिंदुस्तानी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हई थी, जिसमें हमारे 20 जवान शहीद हुए थे.'


राहुल गांधी का लद्दाख दौरा
राहुल गांधी फिलहाल लद्दाख दौरे पर हैं. यहां से पिछले दिनों उन्होंने कहा, 'लद्दाख में सब लोग कह रहे हैं कि चीन की सेना घुसी है और उनकी ग्रेजिंग लैंड ले गए. वहां पर लोग अब जा नहीं सकते. प्रधानमंत्री जी कह रहे हैं कि एक इंच जमीन नहीं गई. यहां किसी से भी पूछ लो यही कह रहे हैं.'


यह भी पढ़ें:
Chandrayaan 3 Landing: क्या है मिशन मून की कामयाबी का फूलप्रूफ प्लान? ISRO चीफ ने बताया कैसे चांद पर जरूर होगी चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग