सबरीमाला मंदिर के द्वार खुले, 22 अक्टूबर तक खुले रहेंगे मंदिर के द्वार
Sabarimala Temple: सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश देने के आदेश के बाद पहली बार मंदिर के द्वार खुले हैं. इस मंदिर में महिलाओं को एंट्री देने से रोकने के लिए भारी संख्या में प्रदर्शनकारी वहां मौजूद थे. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव और लाठीचार्ज भी हुआ.
Sabarimala Temple: केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर संग्राम जारी है. सबरीमाला मंदिर के आसपास एक तरफ सुप्रीम कोर्ट का आदेश और उसको मानने वाले समर्थक हैं तो दूसरी तरफ फैसले का विरोध करने वाले रूढ़िवादी परंपराओं के पक्षधर. तनाव को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गए हैं. मंदिर जाने के मुख्य रास्ते निलक्कल में सुबह से माहौल तनावपूर्ण है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज सबरीमाला के अयप्पा मंदिर का द्वार खुल रहा है.
अब तक सबरीमाला मंदिर में 10-50 साल की महिलाओं के प्रवेश की इजाजत नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को इसे असंवैधानिक करार दिया था और कहा था कि महिलाओं का मंदिर में प्रवेश न मिलना उनके मौलिक और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है.
Sabarimala Temple Live Updates:
# शाम 5 बजे सबरीमाला मंदिर के द्वार खुल चुके हैं और श्रद्धालु आज रात 10:30 बजे तक वहां पूजा कर सकते हैं. इसके अलावा मंदिर के द्वार 22 अक्टूबर तक खुले रहेंगे.
Portals of #SabarimalaTemple opened at 5 pm today. The devotees can offer prayers till 10.30 pm today. The portals remain open till 22nd October. #Kerala pic.twitter.com/szF4uZZuDL
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# सबरीमाला की ओर जाने वाले रास्ते पर पुलिस और प्रदर्शनकारियो के बीच पत्थरबाज़ी और लाठीचार्ज हुआ है. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियो ने पत्थर फेंके हैं. कई पुलिसकारी और प्रदर्थनकारी घायल हो गए हैं.
# केरल की मंत्री केके शैलजा ने कहा कि मैं बता सकती हूं कि वहां क्या हो रहा है, मेरे विचार से ये अंतर्राष्ट्रीय है. प्रदर्शनकारी गंदी राजनीति के तहत ये सब कर रहे हैं. हम ये नहीं बता सकते हैं कि वो वास्तविक श्रद्धालु हैं या नहीं. सुप्रीम कोर्ट का आदेश संवैधानिक है और सरकार इसे मानने के लिए बाध्य है.
I can predict what is going on there, I think it is intentional,it's dirty politics they (protesters) are playing. We can't say if they are actual devotees. Supreme Court's order is Constitutional & govt is bound to implement it: K K Shailaja, Kerala Minister #SabarimalaTemple pic.twitter.com/f8V73u57Lm
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# महिलाओं को प्रवेश देने के सुप्रीम आदेश के बाद पहली बार करीब एक घंटे बाद खुलेगा केरल का सबरीमला मंदिर, महिलाओं को रास्ते में रोकने के लिए लगातार प्रदर्शन हो रहा है. भारी संख्या में पुलिस बल मंदिर के बाहर और आसपास मौजूद है.
# केरल के मंत्री वीएस सुनिल ने सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर कहा- आरएसएस और बीजेपी दोहरा रवैया अपना रही है. एक तरफ जहां बीजेपी से संबंधित वकील सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर 10 से 50 वर्ष की महिलाओं की सबरीमाला मंदिर में एंट्री के लिए याचिका दाखिल करते हैं. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी फैसले के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही है.
RSS&BJP is taking double standards.On one hand,5 advocates associated with BJP gave petition in SC over entry of women of all ages in Sabarimala temple,on the other hand,BJP is leading fight against the verdict. Now BJP trying to make it as a law&order issue: VS Sunil,Kerala Min pic.twitter.com/DpNWY5gm2B
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए जा रही एक महिला को प्रदर्शनकारियों ने रोका, वापस लौटीं. भारी संख्या में पुलिस मौजूद.
Kerala: Woman devotee Madhavi with her children returning mid-day from her journey to #SabarimalaTemple after facing protests. Police is also present. pic.twitter.com/UBYSUFtUbI
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री के खिलाफ केरल कांग्रेस, नेताओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. बीजेपी के कार्यकर्ता भी विरोध में सड़कों पर.
Kerela: Congress party leaders hold a peaceful protest in Nilakkal against the entry of women in the age group of 10-50 to #SabarimalaTemple pic.twitter.com/EtHSp6NNrv
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के पूर्व अध्यक्ष समेत 50 लोगों को निलक्कल और पंबा में हिरासत में लिया गया.
#UPDATE: 50 people have been taken into custody in Pathanamthitta district for protesting against entry of women in age group 10 to 50 to #Sabarimala temple. https://t.co/JDhoR3APET
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# सबरीमला आचार संरक्षण समिति के प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे एक ने कहा, ‘‘भगवान अयप्पा हमारे भगवान हैं. किसी खास आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हमारे रीति-रिवाज का हिस्सा है. घने जंगलों में स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में पूजा करने के लिए रीति-रिवाजों का पालन करना बहुत जरूरी है. इसका उल्लंघन नहीं होना चाहिए. अशुद्ध महिलाओं को सबरीमला मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं देनी चाहिए.’’
# सबरीमला की आसपास की पहाड़ियों पर रहने वाले आदिवासियों ने आरोप लगाया है कि सरकार और त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर में 10 से 50 साल आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देकर सदियों पुरानी प्रथा को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
# पुलिस ने मंदिर में महिलाओं की एंट्री का विरोध कर रही कुछ महिलाओं को हिरासत में लिया.
Pamba: Police detain people protesting against the entry of women in the age group of 10-50 women to Kerala's #SabarimalaTemple pic.twitter.com/DLdoYMVz8J
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# सबरीमला मंदिर में महिलाएं ना जाए इसलिए स्थानीय महिलाएं भी सड़कों पर उतरी है. बीजेपी की महिला नेताओं का कहना है कि सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए सरकार जिम्मेदार है, केरल की LDF सरकार नास्तिक है इसलिए वह केरल के हिंदुओं की भावनाओ का सम्मान नहीं कर रही हैं.
# बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने महिलाओं की एंट्री के पक्ष में कहा- सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है, लेकिन आज परंपरा होने की दुहाई दी जा रही है. इस तरह तो तीन तलाक भी एक परंपरा है. जब इसे खत्म कर दिया गया तो सब लोग इसकी तारीफ कर रहे थे और आज वही हिंदू सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री के खिलाफ सड़कों पर आ गए हैं.
# महिलाओं की एंट्री के विरोध में महिलाओं का पैदल मार्च.
#WATCH: Women protest in Nilakkal against the entry of women in the age group of 10-50 to #Sabarimala temple. #Kerala pic.twitter.com/GuxDZo0R7G
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# भगवान अयप्पा स्वामी मंदिर जाने के मुख्य रास्ते निलक्कल पर महिला पुलिसकर्मियों सहित करीब 1000 पुलिसकर्मी तैनात हैं.
Kerala: Total 1000 security personnel, 800 men and 200 women, deployed at Nillekal and Pampa base. 500 security personnel deployed at Sannidhanam. Portals of the #SabarimalaTemple will be opened today. pic.twitter.com/yxjJ1CCWzq
— ANI (@ANI) October 17, 2018
# सबरीमाला पहाड़ी से करीब 20 किलोमीटर दूर निलक्कल में बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समूह ‘सबरीमला आचार संरक्षण समिति’ के तंबू आदि भी हटा दिए हैं.