(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'साबरमती के संत' से अनिल विज को आपत्ति, कहा- ये शहीदों का अपमान है
ये पहला मौका नहीं है जब अनिल विज ने विवादित बयान दिया है. इससे पहले भी वे अपने कई बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं.
नई दिल्ली: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. विज ने कहा कि लोकप्रिय हिंदी गीत 'साबरमती के संत' ने देश के स्वतंत्रता संघर्ष की गलत तस्वीर चित्रित की है. उन्होंने दावा किया कि इस गीत के बोल उन शहीदों का अपमान है जिनके योगदान की इसमें अनदेखी की गई है.
अनिल विज ने गीत के बोल 'दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल' का जिक्र करते हुए कहा कि इस गीत में उन शहीदों का उल्लेख नहीं किया गया जिन्होंने विदेशी शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष चलाया था. विज ने शनिवार को अंबाला कैंट में सुभाष पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि गीत के बोल में देश को आजादी दिलाने के लिए सशस्त्र संघर्ष चलाने वाले तमात स्वतंत्रता सेनानियों का उल्लेख नहीं किया गया है.
विज ने कहा कि यह गीत सच्ची तस्वीर को चित्रित नहीं करता है. विज ने कहा कि बोस और उनकी आजाद हिंद फौज, भगत सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, राजगुरू, सुखदेव और अन्य लोगों ने भी ब्रिटिश लोगों को बाहर खदेड़ने के लिए संघर्ष किया था. उन्होंने कहा कि कई अन्य लोगों ने भी देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए थे लेकिन जब हम यह कहते हैं 'दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल' तो यह उन शहीदों का अपमान है.
विपक्षी कांग्रेस ने विज के बयान की निंदा करते हुए कहा कि गैर जिम्मेदार बयान देने की अनिल विज की आदत हो गई है. ऐसा पहली बार नहीं है जब उन्होंने महात्मा गांधी का अपमान करने का प्रयास किया है. वह इससे पहले भी ऐसा कर चुके हैं.
रोहतक से सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस तरह के बयान देने के बजाय उन्हें अपने मंत्रालय पर ध्यान देना चाहिए और वहां सुधार लाने का प्रयास करना चाहिए. यह गीत वर्ष 1954 में आई फिल्म 'जागृति' का है.