सच्चाई का सेंसेक्स: मध्य प्रदेश के रतलाम में सिपाही के नोट बांटने का सच क्या है?
दावा है कि प्रवासी मजदूरों को लाने गए पुलिस के एक जवान ने सभी मजदूरों को पांच-पांच सौ रुपए बांटे. क्या है पांच-पांच सौ रुपए बांटने वाले जवान की सच्चाई? जानें.
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. लोग इस वीडियो को पुलिस का एक नया चेहरा बताकर शेयर कर रहे हैं. दावा है कि प्रवासी मजदूरों को लाने गए पुलिस के एक जवान ने सभी मजदूरों को पांच-पांच सौ रुपए बांटे. क्या है पांच-पांच सौ रुपए बांटने वाले जवान की सच्चाई? जानें.
दावा- 30 मजदूरों में जवान ने 15 हजार रुपए बांटे
वीडियो के जरिए दावा है कि 30 मजदूरों में जवान ने 15 हजार रुपए बांटे. वीडियो वायरल हुआ तो हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की. पांच सौ रुपए बांटने का दावा तो इस वीडियो में ही पता चल गया. वीडियो को ध्यान से देखने पर पांच सौ रुपए के नोट साफ दिखाई दिए. लेकिन...
- पैसे बांटने वाला पुलिस का जवान है या नहीं?
- अगर पुलिस का जवान है तो कहां का है?
- पुलिस का जवान ये पैसे क्यों बांट रहा है?
इन सभी सवालों को साथ हमने पड़ताल शुरू की. अलग-अलग शहरों में अपनी टीम को ये वीडियो भेजा गया. पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के रतलाम का है. वीडियो में दिखने वाला पुलिस का जवान घनश्याम दडिंग है. पुलिस का ये जवान रतलाम पुलिस लाइन में तैनात है. राजस्थान बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों को लाने की ड्यूटी थी और इसी दौरान जवान ने मजदूरों को पैसे बांटे.
वीडियो का पता लगने के बाद हमारी टीम जवान घनश्याम से भी मिली. तब उन्होंने बताया, ‘’जिला पुलिस लाइन से नयागांव के लिए नीमच के पास मजदूरों को लेने गए थे. हम रात को गए थे. सुबह मजदूरों को लेकर आ रहा था. उनसे बातचीत हुई तो लगा इनको पैसे की सख्त जरूरत है. मैंने सोच भी रखा था की महीने की सैलरी दान करनी है. ये मौका भी सही था. मैंने उसी टाइम उनको माननखेड़ा गांव में पांच-पांच सौ रुपए बांट दिए. वो थोड़े परेशान भी थे. बस में 30 मजदूर थे. हर मजदूर को पांच-पांच सौ रुपए दिए.’’
हमारी पड़ताल में एमपी पुलिस में तैनात घनश्याम दडिंग के बयान के बाद 30 मजदूरों को पांच-पांच सौ रुपए बांटने का दावा सच साबित हुआ है.
इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.