नई दिल्ली: आज कल सोशल मीडिया में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला का एक ट्वीट बहुत चर्चा में है. ट्वीट के साथ एक तस्वीर है जिसमें सड़क पर जाम लगा है और जम्मू प्रशासन पर तंज है. सोशल मीडिया पर तस्वीरें पहुंची तो हल्ला होने लगा. सवाल पूछे जाने लगे कि ये कैसा लॉकडाउन है?
ट्विटर पर घूम रही तस्वीरों में सड़क पर भारी ट्रैफिक दिखाई दे रहा है. बाइक, गाड़ी, बस, टैंपों हर तरह के वाहनों की कतार लगी हुई है. सड़क पर जहां तक नजर जाती है वहां तक सिर्फ गाड़ियां ही गाड़ियां दिखाई देती हैं. तस्वीर पुरानी भी नहीं लगती क्योंकि सड़क पर मौजूद पुलिसकर्मी मुंह पर मास्क लगाए हुए दिखाई देते हैं. गाड़ी के अंदर भी लोग मास्क लगाकर बैठे हैं. यानि तस्वीरें कोरोना काल की ही हैं.
तस्वीरों को ट्वीट करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने लिखा- ''मुझे ऐसा लग रहा है कि ये ताजा तस्वीरें हैं. और इन पर विश्वास ना करने की कोई वजह नहीं है. ये तस्वीरें लॉकडाउन लागू कराने के तरीकों को लेकर सवाल पूछ रही हैं. श्रीनगर में तो ड्यूटी पर तैनात म्युनिसिपल कर्मचारियों को भी धमकाया जा रहा है. लेकिन जम्मू में किसी पर कोई पाबंदी नहीं है.''
उमर अबदुल्ला के अलावा भी कई लोगों ने इन तस्वीरों के जरिए जम्मू में लॉकडाउन के उल्लंघन की बात कही थी. इसके बाद ABP न्यूज़ ने वायरल तस्वीर की पड़ताल शुरू की. पड़ताल में हमें वायरल तस्वीरों वाला वीडियो मिला.
वीडियो जम्मू का ही है और वीडियो में भी सड़क पर भारी जाम दिखाई दे रहा है लेकिन वीडियो में पुलिस का बैरिकेड भी दिखाई दे रहा है. पुलिस लगातार सड़क पर निकले लोगों से पूछताछ कर रही है. उनके कार्ड चेक कर रही है.
लेकिन लॉकडाउन में सड़क पर वाहनों की इतनी लंबी कतार क्यों है?
इसका जवाब ये है कि ये जम्मू के बिक्रम चौक की तस्वीरें हैं जहां बुधवार को करीब एक घंटे तक इस तरह का जाम लगा. जाम इसलिए लगा क्योंकि सूत्रों के मुताबिक जिला प्रशासन की तरफ से कई लोगों को पास मिल गया था. इसके अलावा तावी नदी पर बना पुल आवाजाही के लिए बंद है इसलिए पुल से जाने वाला ट्रैफिक भी बिक्रम चौक की तरफ मोड़ दिया गया.
वायरल तस्वीरों पर जम्मू पुलिस ने भी बयान देते हुए कहा कि तस्वीरों में जो गाड़ियां रुकी हुई दिख रही हैं उन्हें चेकिंग के लिए रोका गया था. ताकि ये पता लगाया जा सके कि जो लोग सड़कों पर निकले हैं उनके पास प्रशासन की अनुमति और घर से बाहर निकलने की सही वजह है या नहीं. इन तस्वीरों लॉकडाउन उल्लंघन के नाम से पेश किया गया जो पूरी तरह गलत है.
हमारी पड़ताल में लॉकडाउन उल्लंघन वाला दावा झूठा साबित हुआ है.