नई दिल्लीः दुनिया के कई देश इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है. सभी देश इस सयम वक्त कोरोना वारयर का उपचार खोजने में जुटे हुए हैं. बाजार में अभी तक कोरोना की दवा नहीं आई है लेकिन अफवाहों का बाजार गरमाया हुआ है. कुछ ऐस ही एक ऑडियो इन दिनों वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो बेहद डरावना है. इस ऑडियो में दावा किया जा रहा है कि कोरोन के टीक से एक वर्ग को खत्म करने की साजिश रची जा रही है. ऑडियो में कहा जा रहा है कि इस टीके से मुसलमानों को सावधान रहने की जरूरत है.


ऑडियो में दो लोग बातचीत करते सुने जा रहे हैं. जिसमें कहा जा रहा है कि पीएम मोदी अमेरिका गए थे. इस दौरान इसकी दवाई बनाई गई थी. इस दवा को टीका के नाम पर मुसलमानों को लगाया जाएगा. जिसके लगाने से उसकी मौत हो जाएगी. टीका लगाने के एक से डेढ़ महीने के अंदर व्यक्ति की मौत हो जाएगी.


ऑडियो में कहा जा रहा है कि इस दवा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका से मंगवा रहे हैं. जल्द ही यह दवा इंडिया पहुंच जाएगा. ऑडियो को शेयर करने की भी बात कही जा रही है.


दुष्प्रचार के लिए फैलाया जा रहा है मैसेज


इस ऑडियो को ऑडियो भ्रम और दुष्प्रचार के लिए फैलाया जा रहा है. क्योंकि कोरोना का फिलहाल कोई इलाज नहीं है. WHO से लेकर AIIMS के डाक्टर तक कह चुके हैं कि फिलहाल सामाजिक दूरी ही कोरोना का बचाव है. यही कारण है कि देश को लॉकडाउन कर दिया गया है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपील कर रहे हैं कि इस वायरस से निपटने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखें. इसके बावजूद भी सोशल मीडिया पर कोरोना के टीके के नाम पर भ्रम फैलाया जा रहा है.


एबीपी न्यूज़ की पड़ताल


इस ऑडियो को को लेकर उन्नाव के ही रहने वाले एक शख्स ने पुलिस से शिकायत की थी. पुलिस ने इस शिकायत पर एक्शन लिया. उन्नाव के गंगाघाट थाने में FIR दर्ज की गई. आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया. ऑडियो मैसेज फैलाने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.


एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में ये साफ है कि ये ऑडियो देश की सरकार के खिलाफ नफरत फैलाने और देश के नागरिकों को गुमराह करने के मकसद से वायरल किया गया है. एबीपी न्यूज की पड़ताल में कोरोना के टीके को आबादी मिटाने की दवा बताने वाला ये वॉयरल ऑडियो पूरी तरह से झूठा है.


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