नई दिल्ली: राजस्थान कांग्रेस का सियासी संकट अब खत्म होता नज़र आ रहा है. इधर बागी तेवर दिखाने वाले सचिन पायलट ने आज राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से दिल्ली में मुलाकात की, तो उधर राजस्थान में पायलट खेमे के वरिष्ठ नेता भंवर लाल शर्मा सीएम अशोक गहलोत से मिलने पहुंचे. सीएम से मुलाकात के बाद शर्मा ने कहा कि गहलोत पार्टी के मुखिया हैं और अब उनके अंदर किसी तरह की कोई नाराज़गी नहीं है.
भंवर लाल शर्मा ने सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद कहा, "कोई कैंप नहीं था, न ही कोई कैद में था. भंवर लाल को कोई कैद नहीं कर सकता. मैं वहां अपनी मर्ज़ी से गया था, मैं यहां भी अपनी मर्ज़ी से आया हूं."
मुलाकात को लेकर भंवर लाल शर्मा ने कहा, "मैं उनसे मिला. पार्टी एक परिवार की तरह है और अशोक गहलोत उसके मुखिया हैं. अगर परिवार में कोई नाराज़ होता है तो वो खाना, खाना बंद कर देता है. इसलिए मैंने एक महीने के लिए अपनी नाखुशी ज़ाहिर की. अब किसी तरह की कोई नाराज़गी नहीं है. पार्टी लोगों से किए सभी वादे पूरे करेगी.
राजस्थान सियासी संकट खत्म करने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस आलाकमान राजस्थान संकट को दूर करने के लिए खुद जुट गया है. आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीएम अशोक गहलोत से बात की. इसके अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सचिन पायलट से मुलाकात हुई. मुलाकात में राहुल ने पायलट से कहा कि राजस्थान में किसी भी कीमत पर सरकार गिरनी नहीं चाहिए. इसके अलावा उन्होंने पायलट को भरोसा दिलाया को उनकी मांगों और शिकायतों का समाधान निकाला जाएगा.
एआईसीसी के जनरल सेकरेट्री केसी वेनुगोपाल ने बताया कि सचिन पायलट की इस मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि सचिन पायलट और असंतुष्ट विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए एआईसीसी तीन सदस्यीय एक कमेटी का गठन करेगी और उचित रास्ता निकालेगी.
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