जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस के सामने खड़े सियासी संकट के बीच खबर है कि सोमवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में डिप्टी सीएम सचिन पायलट शामिल नहीं होंगे. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. सचिन पायलट ने बयान जारी करते दावा किया कि उन्हें कुल 30 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और राजस्थान की सरकार अल्पमत में है. इस बयान के बाद राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार का संकट और गहरा होता दिख रहा है. हालांकि, वे 30 विधायक कौन हैं, इसका खुलासा सचिन पायलट ने नहीं किया है. उनके बयान में विधायकों के नाम का जिक्र नहीं है.
गहलोत खेमे के विधायक ने दावों को खारिज किया
वहीं अशोक गहलोत के खेमे के एक विधायक ने सचिन पायलट के दावों का खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि तीस विधायक नहीं है. राज्यसभा के चुनाव में भी इस तरह की बातें आई थीं. लेकिन चुनाव के समय में कांग्रेस को 123 वोट मिले. आज भी वही स्थिति है. अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में कांग्रेस पूरी तरह से मजबूत है इसमें कोई शक नहीं है.
गहलोत की बैठक में पहुंचे 90 विधायक
उधर रविवार को राजस्थान के सीएम गहलोत ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. सीएम की तरफ से बुलाई गई इस बैठक में कांग्रेस के 90 विधायक पहुंचे हैं. गहलोत खेमे के सूत्रों ने ये दावा किया. इसके साथ ही ये भी जानकारी आई कि सोमवार को होने वाली बैठक के लिए अशोक गहलोत ने व्हिप जारी किया है.
कुछ बीजेपी के विधायक हमारे संपर्क में- राजेंद्र गुड्डु
इस बैठक के बाद कांग्रेस के विधायक राजेंद्र गुड्डु ने दावा किया कि कुछ बीजेपी के विधायक उनके संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, ‘’अशोक गहलोत बहुमत में हैं. हम लोग भी कोशिश कर रहे हैं और कुछ बीजेपी के विधायक हमारे संपर्क में हैं. हम जितना खोएंगे उससे ज्यादा बीजेपी से विधायकों को लाएंगे.’’
राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी का बयान
इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने कहा कि राजस्थान में उसकी सरकार स्थिर है और वह अपना कार्यकाल पूरा करेगी. राज्य के लिए कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि राज्य में पार्टी के सभी विधायक उनके संपर्क में हैं और हैरानी जताई कि कौन लोग हैं, जो कथित तौर पर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के पक्ष में खड़े हैं.