Live Updates: सीएम अशोक गहलोत ने आज शाम को बुलाई कैबिनेट बैठक
Sachin Pilot Hearing Live Updates: राजस्थान हाई कोर्ट में आज पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट और 18 अन्य बागी कांग्रेसी विधायकों की याचिका पर सुनवाई पूरी हो चुकी है. राजस्थान हाई कोर्ट ने अपना फैसला 24 जुलाई तक के लिए सुरक्षित रख लिया है और स्पीकर से 24 जुलाई तक उन विधायकों पर कोई कार्रवाई न करने के लिए कहा है.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
21 Jul 2020 03:50 PM
अशोक गहलोत कैबिनेट की आज शाम को बैठक होगी. ये बैठक मुख्यमंत्री गहलोत के आवास पर होगी. इससे पहले राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक होटल में हई. इसी होटल में कई दिनों से कांग्रेस के विधायक ठहरे हैं.
विधानसभा अध्यक्ष के वकील ने बताया कि राजस्थान उच्च न्यायालय ने विधानसभा अध्यक्ष से अयोग्यता नोटिस पर कार्रवाई शुक्रवार तक के लिये टालने के लिए कहा है. सचिन पायलट खेमे के विधायकों की याचिका पर मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति इंद्रजीत महंती और न्यायमूर्ति प्रकाश गुप्ता ने शुक्रवार को सुनवाई शुरू की और दलीलें सोमवार शाम तक सुनी गईं, लेकिन किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका. इस मामले में आज सुबह साढ़े दस बजे से फिर से सुनवाई शुरू हुई. अदालत ने सभी पक्षों से दोपहर दो बजे तक अपने लिखित अभ्यावेदन दायर करने को कहा है. पायलट और कांग्रेस के अन्य बागी विधायकों की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने याचिकाकर्ताओं के पक्ष में अपनी दलीलें पूरी कीं.
बता दें कि इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने विधायकों की बैठक में कहा था कि उन्हें कुछ और दिन होटल में रहना पड़ सकता है और अपने विधायकों से पूछा था कि क्या वो इसके लिए तैयार हैं. विधायकों ने भी इसका जवाब हां में दिया था. अब जब ये साफ हो गया है कि हाईकोर्ट ने 24 जुलाई यानी शुक्रवार तक फैसला सुरक्षित रख लिया है तो कांग्रेस को अपने विधायकों को कुछ और दिन होटल में ही रुकवाना पड़ सकता है.
राजस्थान हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखते हुए विधानसभा स्पीकर से कहा है कि वो 24 जुलाई तक विधायकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करें.
राजस्थान हाई कोर्ट में सचिन पायलट गुट की याचिका पर सुनवाई पूरी हो चुकी है और इन्हें अदालत की तरफ से राहत मिली है. हाईकोर्ट ने 24 जुलाई तक फैसला सुरक्षित रख लिया है और 24 जुलाई तक विधानसभा स्पीकर को कोई कार्रवाई न करने के लिए कहा है.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम आवास के लिए रवाना हो गए थे और वो मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गए हैं. कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री व विधायक भी सीएम आवास आने वाले हैं. बताया जा रहा है कि यहां अब से कुछ मिनटों बाद यानी 3 बजे से बैठक शुरू होगी.
अब से करीब 2 घंटे पहले जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने राजस्थान के सियासी संकट को लेकर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों को लेकर लिखा है कि यह कोरोना से लड़ने का समय था और आप अंताक्षरी खेलने लगे! यह गरीब को भोजन देने का समय था और आप इटालियन बनाना सीखने लगे! राजस्थान सतर्क है, सब देख रहा है.
राजस्थान की राजधानी जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है और अब से कुछ देर बाद मुख्यमंत्री निवास पर सीएम अशोक गहलोत अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं. बैठक कुछ ही देर में शुरू होने वाली है. सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा है और इसे साबित करने के आश्य वाला प्रस्ताव इस बैठक में पास किया जा सकता है.
अब से कुछ देर बाद राजस्थान हाईकोर्ट में सचिन पायलट खेमे के 19 बागी विधायकों की याचिका पर फैसला आ सकता है. सबकी नजरें इसी पर टिकी हुई हैं कि कोर्ट क्या फैसला सुनाती है.
जयपुर में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में हाई कोर्ट के फैसले के आधार पर आगे की रणनीति बनाने को लेकर चर्चा हो रही है. अगर राजस्थान हाई कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में आता है तो विधानसभा का सत्र बुलाने पर चर्चा हो सकती है. अगर फैसला स्पीकर के नोटिस के खिलाफ आता है तो आगे की रणनीति बनाने को लेकर कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में कोई ठोस कदम उठाने पर फैसला हो सकता है.
जयपुर में फेयरमॉन्ट होटल में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक चल रही है. इस बैठक में सीएम अशोक गहलोत मौजूद हैं और यहां राजस्थान हाईकोर्ट के आने वाले फैसले पर भी चर्चा हो सकती है.
राजस्थान हाईकोर्ट में कांग्रेस के बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई पूरी हो चुकी है और दोपहर दो बजे फैसला आने की उम्मीद है. अगर फैसला बागी विधायकों के खिलाफ आया तो उनकी सदस्यता चली जाएगी.
राजस्थान में क्रांग्रेस विधायक दल की बैठक जो 11 बजे शुरू होनी थी वो कुछ समय के लिए टाल दी गई थी. इसे 11.30 बजे के बाद ही शुरू होने की बात कही गई थी.
राजस्थान हाई कोर्ट में 19 बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई जारी है. गौरतलब है कि इस याचिका में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें भेजे गए अयोग्यता नोटिस को चुनौती दी गई है. अगर हाई कोर्ट ने बागी विधायकों के खिलाफ फैसला दिया तो उनकी सदस्यता जा सकती है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के बीच ट्विटर वॉर चल रही है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने भूपेश बघेल के उस बयान पर आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीर में उमर अब्दुल्ला की रिहाई के पीछे सचिन पायलट हो सकते हैं. उमर अब्दुल्ला ने इस पर भूपेश बघेल के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है. बता दें कि भूपेश बघेल ने ये सवाल उठाया था कि कश्मीर में महबूबा मु्फ्ती और उमर अब्दुल्ला की रिहाई एक कारण से हुई थी लेकिन उमर अब्दुल्ला रिहा हो चुके हैं और मुफ्ती अभी तक रिहा नहीं हुई हैं तो क्या उमर अब्दुल्ला की रिहाई के पीछे सचिन पायलट का हाथ है. उमर अबदुल्ला ने इसके बाद भूपेश बघेल को जवाब देते हुए ट्वीट किए.
सचिन पायलट समेत बागी विधायकों की याचिका पर राजस्थान हाई कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी ओर से कुछ तर्क रखे और इस समय मुकुल रोहतगी राजस्थान हाई कोर्ट में अपनी बात रख रहे हैं.
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के संकट पर पहली बार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ कहा है. उन्होंने बीजेपी और केंद्र सरकार पर राजस्थान की सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.
राजस्थान में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी जो पहले कल रात को होनी थी. सुबह 11 बजे ये बैठक जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में होने वाली है. आगे क्या करना है और कोर्ट के फैसले के बाद क्या स्थिति रहेगी इस पर विधायक दल की बैठक में चर्चा होगी. बता दें कि पिछले कई दिन से अशोक गहलोत के समर्थक विधायक और कांग्रेस के विधायक ठहरे हुए हैं.
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि लोकतंत्र को धोखा नहीं देना चाहिए और जिसने भी जनता को धोखा दिया उसे सजा मिली है. जब सचिन पायलट के साथ गए विधायकों को लगा कि उनकी सदस्यता जा सकती है तो उनकी भाषा बदल गई और बीजेपी के नेताओं की भी भाषा बदल गई.
इसके अलावा राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने सोमवार को आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनसे पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने के बारे में चर्चा की थी और इसके लिए पैसों की पेशकश भी की थी. हालांकि सचिन पायलट ने इस आरोप को 'आधारहीन व अफसोसजनक' बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि विधायक से यह बयान दिलवाया गया है और वह उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे.
कल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि जिस 'निकम्मे एवं नकारा' प्रदेशाध्यक्ष को इतना मान सम्मान दिया गया वही पार्टी की पीठ में छुरा भोंकने को तैयार हो गया.
बता दें कि इस मामले में सोमवार को जो सुनवाई जारी रही वो पूरी नहीं हो सकी और चीफ जस्टिस इंद्रजीत महंती ने कहा कि इस सुनवाई को मंगलवार को पूरा किया जाएगा. इसीलिए आज इस मामले में फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत करने के बाद सचिन पायलट को उप मुख्यमंत्री पद और प्रदेश कांग्रेस इकाई प्रमुख पद से बर्खास्त किया जा चुका है. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस का जवाब देने के लिये आज शाम साढ़े पांच बजे तक का वक्त दिया है. इसी नोटिस को रद्द करवाने के लिए असंतुष्ट विधायकों ने राजस्थान हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
बैकग्राउंड
Sachin Pilot Hearing Live Updates: राजस्थान में जारी सियासी संकट के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है. राजस्थान हाईकोर्ट में आज भी पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट और 18 अन्य बागी कांग्रेसी विधायकों की याचिका पर सुनवाई जारी रहेगी. इस याचिका में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें भेजे गए अयोग्यता नोटिस को चुनौती दी गई है. आज बागी विधायकों की तरफ से मुकुल रोहतगी बहस करेंगे. सोमवार को बागी विधायकों की तरफ से हरीश साल्वे ने अपनी दलीलें रखी थी. राजस्थान हाई कोर्ट में सुनवाई सुबह 10.30 बजे शुरु होगी.
आपको बता दें कि अगर राजस्थान हाई कोर्ट स्पीकर के नोटिस को सही बताती हैं तो सचिन पायलट समेत उनके बागी विधायकों की सदस्यता जा सकती है. कांग्रेस की प्रदेश इकाई में मची खींचतान के बीच पायलट खेमा शुक्रवार को अदालत पहुंचा था. चीफ जस्टिस इंद्रजीत महंती और जस्टिस प्रकाश गुप्ता ने शुक्रवार को सुनवाई की थी और दलीलें सुनी थीं.
इसके अलावा कल का घटनाक्रम देखें तो हाई कोर्ट की कार्यवाही सोमवार सुबह शुरू हुई और शाम तक चली. पार्टी व्हिप की अवज्ञा करने को लेकर विधायकों को राजस्थान विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने के लिये पार्टी द्वारा विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत किये जाने के बाद यह नोटिस विधायकों को जारी किया गया था. पायलट खेमे की हालांकि दलील है कि पार्टी का व्हिप तभी लागू होता है जब विधानसभा का सत्र चल रहा हो.