Sachin Pilot Letter To Ashok Gehlot: पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों को सरकारी नौकरी दिए जाने को लेकर सचिन पायलट ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को खत लिखा है. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने पुलवामा (Pulwama) शहीदों (Martyr) की पत्नियों के साथ पुलिस की कथित बदसलूकी की जांच की मांग भी की. पायलट ने सोमवार (6 मार्च) को कहा कि राज्य और केन्द्र सरकर को अपना कर्तव्य पूरा करना चाहिए. 


कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं से जयपुर में अपने आवास पर मुलाकात की. पायलट ने राजस्थान पुलिस की ओर से उनके साथ किए गए व्यवहार की निंदा की. उन्होंने कहा कि पुलिस का व्यवहार निंदनीय रहा है. पिछले दो-तीन से हम देख रहे थे, पुलिस का व्यवहार गलत है. 


धरने पर बैठी हैं शहीदों की पत्नियां


राज्य में कई दिनों से पुलवामा के जवानों की विधवाएं धरने पर बैठी हैं. राज्य सरकार की ओर से उनसे किए गए वादों को कथित रूप से पूरा नहीं करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. पुलिस ने कथित तौर पर विधवाओं से तब अभद्रता की थी जब वे अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलना चाहती थीं. 


पायलट ने सीएम से मांग पूरी करने का आग्रह किया 


पायलट ने सीएम अशोक गहलोत को पुलवामा शहीदों की विधवाओं की मांगों के प्रति सहानुभूति रखने और उनकी मांगों को पूरा करने का आग्रह किया है. जवानों की विधवाओं ने मांग की है कि हमले में मारे गए सैनिकों के नाम पर एक स्कूल और एक गली का नाम भी रखा जाए. 


जम्मू-कश्मीर के पुलवामा (Pulwama) जिले में 2019 में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ (CRPF) के तीन जवानों की विधवाओं ने राजस्थान सरकार पर उनसे किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कथित तौर पर राज्यपाल कलराज मिश्र से अपनी जीवन लीला समाप्त करने की अनुमति भी मांगी है. 


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