Ashok Gehlot Vs Sachin Pilot: राजस्थान में विधानसभा 2023 के आखिर में होना है, लेकिन कांग्रेस की आतंरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आए दिन एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. इसी बीच पायलट ने इशारों में गहलोत के कोरोना वाले बयान पर शुक्रवार (20 जनवरी) को जवाब दिया है,
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में मीडिया से बात करते हुए, ''हम जब सरकार में नहीं थे तो हमने बीजेपी सरकार (वसुंधरा राजे) को भ्रष्ट बताया था. लोगों ने हमारे पर भरोसा भी किया. कालीन घोटाला हो या ललित मोदी मामला सभी हमने तथ्यों के साथ उठाए. हमने वादा किय़ा था कि सरकार आने पर कार्रवाई करेंगे. मैं उम्मीद करता था कि पिछले तीन-चार सालों में ठोस कार्रवाई होती लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मैं कोई बदले की बात नहीं कर रहा, लेकिन जो भी घोटाले हुए उसको लेकर कार्रवाई करनी चाहिए थी. अब सिर्फ एक साल बचा है.'' हालांकि उन्होंने वसुंधरा राजे का नाम नहीं लिया.
अशोक गहलोत ने क्या कहा था?
मुख्यमंत्री गहलोत ने इस पर जवाब देते हुए कहा था कि पेपर लीक मामले में जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है वे सरगना ही हैं. उन्होंने बिना नाम लिए कहा था कि मैंने मीटिंग करना फिर शुरू कर दिया, लेकिन हमारी पार्टी में कोरोना है. साथ ही एक बड़ा कोरोना भी पार्टी में आ गया है.
'लगातार कर रहे हैं हमला'
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पर्चा लीक मामले को लेकर बुधवार (18 जनवरी) को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर फिर से निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि अब ये कहा जा रहा है कि पेपर लीक प्रकरण में कोई अधिकारी, नेता लिप्त नहीं था तो परीक्षा की कॉपी जो तिजोरी में बंद होती है वह बंद तिजोरी से बाहर बच्चों तक पहुंच गई. यह तो जादूगरी हो गई भई. ऐसे कैसे हो सकता है. ऐसा संभव नहीं है.
'सरगनाओं' को गिरफ्तार किया जाना चाहिए'
इसके साथ ही पायलट ने कहा, ‘‘कोई न कोई तो जिम्मेदार होगा और जांच चल रही है इसकी मुझे खुशी है, मैं स्वागत करता हूं इस जांच का. मैं विश्वास दिलाता हूं कि हमारी पार्टी, हमारे नेता राहुल गांधी और अन्य ने, हमने हमेशा युवाओं की मदद करने का काम किया है.’’ उन्होंने साथ ही कहा ता कि मामले में सरगनाओं' को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
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