Sachin Pilot On Ashok Gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के मतभेद एक बार फिर खुलकर सामने आए हैं. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने गुरुवार (24 नवंबर) को दिन में सचिन पायलट (Sachin Pilot) की आलोचना करते हुए उन्हें गद्दार करार दिया था. अब सचिन पायलट ने अशोक गहलोत को इस तरह का बचकाना बयान न देने की सलाह दी है.
सचिन पायलट ने कहा कि, "ये सारे आरोप निराधार हैं. गहलोत साहब ने पहले भी मुझे नाकारा कहा, गद्दार कहा है. अशोक गहलोत अनुभवी नेता हैं. उन्हें सलाह कौन देता है? वे इस तरह का बचकाना बयान न दें." पूर्व डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि, "अशोक गहलोत के रहते पार्टी दो बार चुनाव हारी है. उन्हें इतना असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए और साथ मिलकर काम करना चाहिए."
गहलोत-पायलट मतभेद पर कांग्रेस ने जारी किया बयान
गुरुवार को भारत जोड़ो यात्रा के बीच से सचिन पायलट की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ की तस्वीर आई थी. सचिन पायलट के खिलाफ अशोक गहलोत की बयानबाजी पर कांग्रेस की आधिकारिक प्रतिक्रिया भी आई है. कांग्रेस ने परोक्ष रूप से गहलोत को नसीहत दी और साफ किया राजस्थान पर फैसला लंबित है.
भारत जोड़ो यात्रा पर ध्यान देने को कहा
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि अशोक गहलोत एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं. उन्होंने अपने छोटे सहयोगी सचिन पायलट के साथ जो भी मतभेद व्यक्त किए हैं, उन्हें इस तरह से सुलझाया जाएगा जिससे कांग्रेस पार्टी मजबूत हो. फिलहाल सभी कांग्रेस जनों की जिम्मेदारी भारत जोड़ो यात्रा की कामयाबी को उत्तर भारत में और दमदार बनाने की है.
क्या कहा था अशोक गहलोत ने?
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने 2020 में राजस्थान में उभरे सियासी संकट का जिक्र करते हुए कहा था कि एक गद्दार सीएम नहीं बन सकता है. पार्टी हाईकमान सचिन पायलट (Sachin Pilot) को मुख्यमंत्री नहीं बना सकती. उसने पार्टी को धोखा दिया और गद्दारी की. सीएम ने पायलट पर आरोप लगाया था कि उन्होंने बीजेपी नेता अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की थी और बीजेपी ने बगावत करने के लिए पैसा दिया था.
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