Farmers Protest: सचिन पायलट का RSS पर हमला, कहा- हाफ पैंट पहनकर नागपुर से भाषण देना राष्ट्रवाद नहीं
देश की राजधानी दिल्ली समेत संपूर्ण उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के बीच चल रहे किसान आंदोलन का सोमवार को 40वां दिन है. संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से पहले ही ऐलान किया जा चुका है कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गई तो दिल्ली के चारों ओर लगे मोचरें से किसान 26 जनवरी को 'किसान गणतंत्र परेड' करेंगे.

जयपुर: नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इस बीच राजस्थान सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री भी किसानों के समर्थन में धरना दे रहे हैं. इस दौरान जयपुर में किसानों के समर्थन में धरने पर बैठे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने आरएसएस पर तीख हमला बोला है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार आत्म-केंद्रित थी.
पायलट ने एक ट्वीट में लिखा, "कृषि क्षेत्र और किसानों की उन्नति ही समृद्ध व सशक्त भारत की बुनियाद है. लेकिन केंद्र सरकार अनीति और अत्याचारों से इसे खोखला करने का प्रयास कर रही है. इसलिए आज शहीद स्मारक, जयपुर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित धरने में सम्मिलित होकर किसानों के अधिकारों का समर्थन किया."
आपको बता दें कि कांग्रेस के इस धरने में कई महीनों बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक ही मंच पर एक साथ बैठे नजर आ चुके हैं. हाल ही में राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष रहे सचिन पायलट ने बागी तेवर अपना लिए थे. दोनों गुट के नेताओं के बीच खूब जुबानी हमले हुए थे.
आज किसान आंदोलन का 40वां दिन देश की राजधानी दिल्ली समेत संपूर्ण उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के बीच चल रहे किसान आंदोलन का सोमवार को 40वां दिन है. किसान संगठनों के नेता आज (सोमवार) फिर केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी की मांग पर केंद्रीय मंत्रियों के साथ विज्ञान भवन में बातचीत करेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से पहले ही ऐलान किया जा चुका है कि सोमवार को होने वाली वार्ता में अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गई तो दिल्ली के चारों ओर लगे मोचरें से किसान 26 जनवरी को दिल्ली में प्रवेश कर ट्रैक्टर ट्रॉली और अन्य वाहनों के साथ 'किसान गणतंत्र परेड' करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 26 जनवरी के पहले स्थानीय व राष्ट्रीय स्तर पर कई कार्यक्रमों की घोषणा भी की गई है.
किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों के विरोध में 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं. इस दौरान सरकार के साथ उनकी कई दौर की वार्ताएं हो चुकी है. किसान संगठनों ने चार जनवरी को सरकार के साथ होने वाली वार्ता विफल होने पर छह जनवरी को केएमपी एक्सप्रेसवे पर मार्च निकालने का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें- सिंघु बॉर्डर पर एक शख्स ने ट्रक को बना दिया घर
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

