Sachin Pilot Vs Ashok Gehlot: राजस्थान में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एक बार फिर से बगावती तेवर अपना लिए हैं. पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन का ऐलान कर दिया है जिससे पार्टी का संकट गहरा गया है. सूत्रों की मानें तो पायलट के मामले पर आलाकमान ने सख्त रुख अपनाते हुए संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.


कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पूरे मामले पर हाईकमान की नजर है. राजस्थान के प्रभारी प्रभात रंधावा को इस मामले में बात करने की जिम्मेदारी दी गई है.


कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सचिन पायलट के मुद्दे पर कहा कि अगर किसी को कुछ कहना है तो वह प्रभारी से कहे. खेड़ा ने आगे कहा, राजस्थान से आने वाले बीजेपी के बड़े नेता गजेंद्र शेखावत पर संजीवनी मुद्दे पर मामला चल रहा है. हमारे एमएलए को खरीदने की कोशिश करके चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश की भी जांच चल रही है.


पायलट ने किया था अनशन का ऐलान


रविवार (9 अप्रैल) को राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पायलट ने गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूती से एक्शन नहीं लेने का आरोप लगाया. पायलट ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो वह गहलोत सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठेंगे.


पायलट को मिला मंत्री खाचरियावास का साथ


राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिन पायलट के सवालों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट कांग्रेस के एसेट हैं, अगर उन्होंने कोई बात कही है तो उसका जवाब सरकार को देना चाहिए. खाचरियावास ने कहा, "सचिन पायलट के सवालों में दम है. उनका कहना है कि हमारा नेता राहुल गांधी केंद्र में अडानी के खिलाफ लड़ रहा है और इस पर केंद्र सरकार को घेरे हुए हैं और हम यहां भ्रष्टाचार में खुद कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं." 


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