Sachin Pilot Vs Ashok Gehlot: राजस्थान की सियासत में भूचाल! चेतावनी के बावजूद कांग्रेस के खिलाफ ही अनशन पर अड़े पायलट | बड़ी बातें
Sachin Pilot Vs Ashok Gehlot: राजस्थान में सचिन पायलट ने अपनी सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. पायलट राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन करेंगे.
Sachin Pilot Vs Ashok Gehlot: कांग्रेस नेता सचिन पायलट पार्टी की चेतावनी के बावजूद आज मंगलवार (11 अप्रैल) को जयपुर में अनशन करेंगे. पायलट राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाने के लिए राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली अपनी ही पार्टी के खिलाफ ये धरना धर रहे हैं. पूर्व डिप्टी सीएम की शिकायत है कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने उन तमाम भ्रष्टाचार के मुद्दों पर साढ़े चार साल में कोई कार्रवाई नहीं की जिनके आधार पर प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई थी.
पायलट ने रविवार (9 अप्रैल ) को अपनी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. सचिन ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार राजस्थान में बीजेपी के शासन के दौरान किए गए भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने में विफल रही. जिसकी वजह से उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर 11 अप्रैल को एक दिन का अनशन करने की उनकी योजना की घोषणा की.
गहलोत सरकार के खिलाफ सचिन पायलट के अनशन की बड़ी बातें
- सचिन पायलट के निर्धारित अनशन से कुछ घंटे पहले, कांग्रेस ने सोमवार (10 अप्रैल) रात को राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री को कड़ी चेतावनी दी और कहा कि उनकी ओर से इस तरह की कोई भी कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधि होगी.
- कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पायलट के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी घोटाले की जांच चल रही है. इसके अलावा शेखावत ने गहलोत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है. गजेंद्र सिंह वर्तमान में केंद्रीय कैबिनेट में जल संसाधन मंत्री हैं.
- पायलट को आम आदमी पार्टी का समर्थन ने कांग्रेस को बड़ा संदेश दिया है. आम आदमी पार्टी के प्रभारी विनय मिश्रा ने ट्वीट कर के सचिन के अनशन को अपना समर्थन दिया है.
- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कांग्रेस पार्टी के एक आधिकारिक पेज INC संदेश से ट्वीट किए गए एक बयान में कहा कि सचिन पायलट का अनशन पार्टी हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है. अगर उन्हें सरकार से दिक्कत है तो वह पार्टी के मंचों पर चर्चा करें न कि मीडिया और जनता से बताएं. रंधावा ने आरोप लगाया कि वह पांच महीने से एआईसीसी प्रभारी हैं और पायलट ने कभी उनसे इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की.
- केंद्र में संसदीय मामलों और संस्कृति के जूनियर मंत्री बीजेपी के अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार दो गुटों में बंटी हुई दिख रही है. आरोप लगाया कि राज्य में कोई विकास नहीं है. शासन गायब है और लोग पीड़ित हैं. मुझे उम्मीद है कि चुनावों में जनता उन्हें सबक सिखाएगी.
- राज्य के विभिन्न हिस्सों से हजारों समर्थकों के जयपुर में शहीद स्मारक में उनके अनशन के दौरान पायलट के शामिल होने की उम्मीद है.
- कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को एक बयान में कहा कि गहलोत सरकार ने लोगों के हित में नई पहल के साथ कई योजनाएं लागू की है.
- पायलट और पार्टी विधायकों के सेक्शन ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग करते हुए खुले तौर पर विद्रोह कर दिया था. जिसके बाद पार्टी आलाकमान से पायलट के उठाए गए मुद्दों पर गौर करने के आश्वासन के बाद खत्म हुआ था
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