मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा मिलने का समय नहीं दिए जाने से महाराष्ट्र में साधू संत नाराज हो गए है. राज्य के साधू-संत समाज ने ठाकरे सरकार को अल्टीमेटम तक दे दिया है. अल्टीमेटम देते हुए संत समाज का कहना है की, 'महाराष्ट्र सरकार दशहरे तक मंदिर शुरु करने का ऐलान करे अन्यथा राज्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.


आध्यात्मिक समन्वय आघाडी के प्रदेश संयोजक आचार्य तुषार भोसले ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा हैं कि, देश 25 से ज्यादा राज्यों में मंदिर खुल चुके हैं लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने अबतक कोई निर्णय नहीं लिया हैं. साधू-संतो ने आपसे मिलने का वक्त मांगा था लेकिन आपने समय नहीं दिया. अब आपसे अनुरोध हैं कि 25 अक्टूबर तक मंदिर शुरु करने का ऐलान करें और अश्विन एकादशी यानी 27 अक्टूबर से मंदिर हर हाल में शुरु हो. अगर आपने ऐसा नहीं किया तो साधू संत समाज को बड़ा और अलग फैसला करना पडेगा और उसके बाद जो कुछ होगा उसके लिए आप जिम्मेदार होंगे.


महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को लेकर भाजपा लगातार आक्रमक रही है. मंदिरों को खोलने को लेकर भाजपा नेताओ ने मुम्बई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर के बाहर प्रदर्शन भी किया था.
भाजपा विधायक और प्रवक्ता राम कदम का कहना है की, ठाकरे सरकार में शराब के ठेके खुल रहे है पर मंदिर मस्जिद बंद है. महाराष्ट्र सरकार को जनभावना का ध्यान रखते हुए, नियमों का पालन कराते हुए और गाइडलाइन जारी कर मंदिरों को जल्द से जल्द खोलना चाहिए.



गौरतलब है कि मंदिर शुरु करने की मांग को लेकर 'आध्यात्मिक समन्वय आघाडी' बनाया गया हैं. राज्य के सभी साधू-संत, अलग अलग धार्मिक संगठन और बीजेपी की आध्यात्मिक ईकाई भी आध्यात्मिक समन्वय आघाडी का हिस्सा हैं.