Sadhvi Pragya Singh Thakur on BJP candidates first list: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवारों की पहली सूची में नाम न आने के बाद मध्य प्रदेश के भोपाल से पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा ने साफ किया कि वह बीजेपी में बनी रहेंगी और राजनीति से संन्यास नहीं लेंगी. 


बीजेपी नेता से हिंदी चैनल आज तक ने पूछा था कि टिकट नहीं मिलने के बाद क्या वह पार्टी की सदस्यता रखेंगी, वह बीजेपी में रहेंगी या फिर सियासत से संन्यास ले लेंगी? इस पर उनका जवाब आया- यह तो कोई विषय ही नहीं है. संन्यास तो मेरा चिरस्थाई है. अब हम अलग अलग किसी चीज से संन्यास लें, ऐसा बिल्कुल नहीं है. 


"मैं तब मना भी कर सकती थी लेकिन..."


भोपाल से सांसद आगे बोलीं- बीजेपी के सिद्धांत, कार्यपद्धति और विचारधारा से मैं सहमत हूं, इसलिए मैंने बीजेपी की सदस्यता ली थी. मैं तब मना भी कर सकती थी पर जहां धर्म और अधर्म की लड़ाई होती है वहां मेरा पक्ष धर्म का था. मैंने कहा था कि जीतूंगी और जनता ने इतना स्नेह दिया कि मैं अपर मतों से संसद में पहुंची.


जहां कम, वहां हम: बीजेपी MP


हिंदुत्व के मोर्चे पर मुखर मानी जाने वाली बीजेपी नेता ने दावा किया, "हम विशेष परिस्थितियों के लिए जाने जाते हैं. जहां कम, वहां हम. जिस जगह मेरी ज़रूरत देश को होगी और संगठन का आदेश होगा, मैं वहां रहूंगी. इसमें कोई दोमत नहीं है और छोड़ने (बीजेपी को) का तो कोई प्रश्न ही नहीं है."


...तो आगे चुनाव लड़ेंगी साध्वी प्रज्ञा?


यह पूछे जाने पर कि इसका मतलब है कि आपको बोला गया तो आप भविष्य में चुनाव लड़ सकती हैं? साध्वी प्रज्ञा ने बताया कि देश के हालात जहां जैसे हुए, वहां वह रहेंगी. उनका समर्पण देश के लिए है. जहां ज़रूरत पड़ेगी, वह उस काम के लिए तैयार हैं.


हर्षवर्धन के ऐलान के बाद थी अटकल कि...
वैसे, बीजेपी नेता की ये टिप्पणियां ऐसे वक्त पर आई हैं जब गौतम गंभीर और जयंत सिन्हा ने चुनावी दायित्वों से खुद मुक्त करने के लिए पार्टी चीफ बीजेपी जेपी नड्डा से गुज़ारिश की थी और उनके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सक्रिय राजनीति से संन्यास का ऐलान (बीजेपी के 195 कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट में नाम न आने के ठीक अगले दिन यानी 3 मार्च 2024 को) कर दिया. ऐसे में सियासी गलियारों में अटकल थी कि कहीं साध्वी प्रज्ञा भी कुछ वैसा ही कदम न उठा लें मगर फिलहाल उन्होंने बीजेपी और राजनीति में रहने की बात कही है.