Sadhvi Pragya Singh Thakur: ‘संन्यासी लाग-लपेट में नहीं रहते‘, टिकट कटने के बाद बोलीं बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा- जो सत्य है वह सत्य ही रहेगा
Sadhvi Pragya Singh Thakur on Controversial Statements: बीजेपी सांसद के मुताबिक, "मैंने हमेशा सच बोला और इतनी हिम्मत राजनीति में कोई नहीं करता है."
Sadhvi Pragya Singh Thakur on Controversial Statements: बयानों से सियासी गलियारों में बवाल मचा चुकीं बीजेपी सांसद (मध्य प्रदेश के भोपाल से) साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी उम्मीदवारों की पहली सूची में नाम न आने के बाद दावा कि उन्होंने कभी कोई विवादित बयान नहीं दिया. जो सत्य है, वह सत्य ही रहेगा और संन्यासी लोग लाग-लपेट में नहीं रहते हैं. वे बातों को घुमा-फिरा कर नहीं कहते.
"नरेंद्र मोदी की नाराज़गी भारी पड़ गई, क्या इसी वजह से आपका टिकट कट गया?" इस सवाल पर साध्वी प्रज्ञा हिंदी चैनल आज तक से बोलीं- मैंने आकलन किया और पाया कि मैंने कभी कोई विवादित बयान नहीं दिया. जो कहा, सत्य कहा. राजनीति में रहकर अगर सत्य कहना ग़लत है तो मुझे लगता है सच कहने की आदत राजनीति में डाल लेनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि यह तस्वीर सत्य बोलने के लिए सिद्ध करेगी कि भारत में शुद्ध राजनीति होने लगी है.
मैंने सच बोला और इतनी हिम्मत कोई नहीं करता- प्रज्ञा सिंह ठाकुर
साध्वी प्रज्ञा के मुताबिक, "मैं तो यह काम विशुद्ध रूप से करती हूं कि को सत्य है, उससे समाज को अवगत कराना ही चाहिए. जन जन स्वीकारता था कि मैं अपने मार्ग पर सही हूं. आकलन मैं जो करती हूं वह अलग बात है लेकिन जनता भी आकलन करती है. सच यह है कि जनता से आकलन के दौरान मुझे सही बताया. मैंने सच बोला. इतनी हिम्मत राजनीति में कोई नहीं करता है."
"राजनीतिक रंग देने वालों का रंग मैं कर देती हूं फीका"
बीजेपी नेत्री ने आगे कहा- सत्य की परिभाषा हमेशा समय अनुकूल होती है और देशकाल परिस्थिति के अनुसार को सत्य है वह सत्य ही रहेगा, उसे उद्घाटित करने के लिए संन्यासी रहते हैं. संन्यासी किसी लाग लपेट में नहीं रहते. राजनीति में कुछ लोग हर चीज को राजनीतिक रंग देते हैं लेकिन मुझे लगता है कि में उनके उस रंग को भी फीका कर देती हूं क्योंकि सत्य तो आपको भी वही झेलना होगा पर राजनीतिक रंग dena उनकी दुष्कृत और दूषित मानसिकता का परिचायक है. हम इस भाव से कभी नहीं बोलते. इसे विवादित बयान कहना कांग्रेसियों का स्टंट है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि उनके पास मुद्दे नहीं हैं.
बीजेपी सांसद ने किया साफ- PM को कष्ट देने का भाव न था
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने यह दावा भी किया, "ये सब चीजें (बयानों के संदर्भ में) विरोधियों के लिए हथियार का काम करती हैं. विरोधी इस आधार पर बीजेपी पर घात करने लगे. मैंने विवादित बयान पहले भी नहीं दिया. हां, यह निश्चित है कि कहीं किसी प्रकार से हमारे मानदंडों में कोई शब्द इस प्रकार से हो गया और उसके लिए पीएम मोदी को कहना पड़ा कि वह मन से माफ नहीं करेंगे, उसके लिए मैं पहले ही माफी मांग चुकी थी. हमारा किसी को ठेस पहुंचाने का कोई विचार नहीं रहता. मेरा कोई भाव नहीं था कि मैं उनके (पीएम) मन को कष्ट पहुंचाऊं. मैंने फिर कभी कष्ट नहीं पहुंचाया."
कांग्रेस ने PM मोदी और उनके पद की मर्यादा को भंग कियाः साध्वी प्रज्ञा
साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाया, ".मैंने ऐसा कोई शब्द नहीं कहा था लेकिन कांग्रेस ने जिस तरह पीएम मोदी को गालियां दिलवाकर, आंदोलन करा कर साजिश रच कर लोगों को इकट्ठा करके जिस तरह पीएम मोदी कि मर्यादा भंग की और उनके पद की मर्यादा को भंग किया, ऐसा बीजेपी ने कभी नहीं किया. यह मर्यादा कोंग्रेस ने तोड़ी."