आज कल कश्मीर में कुदरत का एक अद्भुत नज़ारा देखने को मिल रहा है. जो अगले दस दिनों में समाप्त हो जाएगा. कश्मीर के पाम्पोर की घाटी में इस समय पूरे जोबन में खिले केसर के फूल जिस को देखने के लिए लोग बेसब्री से इंतज़ार करते है पर इस बार बेमौसम बर्फबारी और बारिश के चलते केसर के फूल कुछ कम खिले है पर उम्मीद है कि मौसम में सुधार के साथ यह कमी भी पूरी हो जाएगी.
यह है श्रीनगर से 22 कि. दूर बसे पाम्पोर के खुश्क मैदान जहां पर कोई भी फल, सब्जी या अनाज नहीं उगता. इस अभिशाप के बदले कुदरत ने इस इलाके को अपने सब से हसीं तोफ्हे से नवाजा है. यह तोहफा है दुनिया का सब से महंगा फूल- केसर. जो आज कल अपने पूरे जोबन में यहां पर खिले हुए हैं पर इस बार अक्टूबर के महीने में ही हुई बर्फबारी और बारिश के कारण केसर की पैदावार में 25 प्रतिशत की कमी आई है पर फिलहाल यहां पर किसान केसर के फूल संजोने में जूट हुए हैं.
अद्भुत नज़ारे को देखने कश्मीर पहुंच रहे लोग
आम दिनों में इस मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटक अक्ष्मिर आते थे पर इस बार पर्यटक इस नज़ारे से कुछ दूर ही है. लेकिन जो पर्यटक कश्मीर घाटी आये हुए हैं वो कुदरत के इस नज़ारे को देख कर मोहित हो रहे हैं. केसर के खिले फूलों के इस अद्भुत नज़ारे का आकर्षण कुछ ऐसा है कि चाहने वाले कश्मीर पहुंच ही रहे हैं और केसर के फूलों का स्पर्श अपने हाथों पर महसूस करते नजर आ रहे हैं. केसर को हासिल करने के लिए एक एक करके फूलों को चुना जाता है, केसर को बाकी फूल से अलग करके सुखाया जाता है. एक किलो केसर के लिए 70-80 हज़ार फूलों को चुनना पड़ता है.
जम्मू कश्मीर में पांच जिलों में 562 गांव में केसर उगता है पर दुनिया का सबसे बेहतरीन केसर पाम्पोर में ही उगता है. साथ ही अक्टूबर और नवम्बर में केवल दो हफ्तों के लिए ही यह फूल खिलता है. हलके नीले रंग का यह फूल अपने अन्दर केसर की लड़ियों को छुपा कर रखता है और इन ही से बनता है दुनिया का सबसे महंगा मसाला- जो 3-3.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम बिकता है. पूरे विश्वभर में 2 या 3 ऐसे देश हैं जहां केसर उगता है पैर कश्मीर का केसर पूरे विश्व में मशहूर है. केसर को हासिल करने के लिए एक एक करके फूलों को चुना जाता है. केसर को बाकी फूल से अलग करके सुखाया जाता है. एक किलो केसर के लिए 70-80 हज़ार फूलों को चुनना पड़ता है.
कुदरत के इस नज़ारे का मज़ा ले रहे लोग
आज कल दीवाली के शुभ अवसर पर केसर के फूलों की भीनी भीनी महक और इसकी सुन्दरता चारों ओर फैल चुकी है और कश्मीर के केसर के इन फूलों को जो एक बार देखता है बस वह देखते ही रह जाता है. सभी दिक्कतों को एक तरफ रख कर फिलहाल सभी लोग कुदरत के इस नज़ारे का मज़ा लेते हैं और करे भी क्यों नहीं... क्यूंकि अगर इसी बार यह मौका निकल गया तो इसके लिए अगले साल तक का इंतज़ार करना पड़ेगा.
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