Saffron: केसर की खेती से महक उठी घाटी, जम्मू-कश्मीर में केसर फेस्टिवल का आयोजन- किसानों ने बताई परेशानी
कश्मीर के पाम्पोर की घाटी में इस समय केसर के फूल खिले हैं. जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग ने पाम्पोर में केसर फेस्टिवल का भी आयोजन किया है.
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Saffron In Kashmir: कश्मीर घाटी में हर मौसम एक अलग ही नजारा लेकर आता है. आज कल कश्मीर में कुदरत का एक और अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है जो अगले 10-15 दिनों में समाप्त हो जाएगा. कश्मीर के पाम्पोर की घाटी में इस समय केसर के फूल खिले हैं. इसे देखने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं.
श्रीनगर से 22 Km दूर बसे पाम्पोर के खुश्क मैदान जहां पर कोई भी फल, सब्जी या अनाज नहीं उगता पर इस अभिशाप के बदले कुदरत ने इस इलाके को अपने सबसे हसीन तोहफे से नवाजा है. यह तोहफा है दुनिया के सबसे महंगे फूल केसर का. जिसके फूल आज कल अपने पूरे एरिया में खिले हुए हैं.
केसर फेस्टिवल का आयोजन किया
इस बार भले ही बेमौसम बर्फबारी के चलते केसर के फूल काफी कम ही खिले हैं, लेकिन लोग नजारे को देखने के लिए आ रहे हैं. इसलिए पर्यटकों को रिझाने के लिए जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग ने पाम्पोर में केसर फेस्टिवल का आयोजन किया है.
जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग के डायरेक्टर फजल-उल-हसीब ने कहा, "कश्मीर में आने वाले लोग आमतौर पर हिल रिसोर्ट पर जाते हैं, लेकिन इसको अलग तरीके से बढ़ावा देने के लिए नए कदम भी उठाये जा रहे हैं. ऐसे में केसर फेस्टिवल करने का मकसद भी कश्मीर घूमने आने वाले पर्यटकों को नए आकर्षण देना है."
केसर की पैदावार में 40 फीसदी की कमी
पाम्पोर के केसर किसान मोहम्मद शफी ने कहा, "अक्टूबर के महीने में हुई बर्फबारी और बारिश के कारण केसर की पैदावार में 40 फीसदी की कमी आई है. किसान केसर के फूल संजोने में जुटे हुए हैं. आम दिनों में इस मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और ऐसे फेस्टिवल के जरिए और ज्यादा संख्या में लोग आने लगे".
केसर के खिले फूलों का नजारा कुछ ऐसा है कि चाहने वाले कश्मीर पहुंच रहे हैं. लोग केसर के फूलों को छूते हैं. किसान हर साल केसर की कम बिक्री से भी परेशान हैं. इसकी वजह से बड़ी मात्रा में केसर ईरान और स्पेन से सस्ते दाम में आ रहा है.
इस पर वहां के किसान अल्ताफ कहते हैं, "सरकार को सस्ते ईरानी केसर के आयात पर रोक लगानी चाहिए क्योंकि इससे कश्मीर के केसर के लिए मार्केट हर साल कम हो रहा है. हमारा केसर दुनिया का सबसे टॉप क्वालिटी का केसर है और इसलिए महंगा है, पर आम लोग सस्ते विदेशी और इस केसर में फर्क नहीं बता पाते और इसकी वजह से हमारा नुकसान हो रहा है".
केसर की कीमत क्यों होती है ज्यादा?
केसर को हासिल करने के लिए एक-एक फूल को चुना जाता है. केसर को बाकी फूल से अलग करके सुखाया जाता है. एक किलो केसर के लिए 70-80 हजार फूलों को चुनना पड़ता है. हल्के नीले रंग का यह फूल अपने अन्दर केसर की लड़ियों को छुपा कर रखता है और इसकी वजह से ये दुनिया का सबसे महंगा मसाला बनता है. जो 3-3.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम बिकता है. पूरे दुनिया में 2 या 3 ऐसे देश हैं जहां केसर उगता है पर कश्मीर का केसर पूरी दुनिया में मशहूर है.
5 जिलों में होती है खेती
जम्मू कश्मीर के डायरेक्टर एग्रीकल्चर चौधरी इकबाल कहते हैं कि, "जम्मू कश्मीर के पांच जिलों के 562 गांव में केसर उगता है पर दुनिया का सबसे बेहतरीन केसर पाम्पोर में ही उगता है और आने वाले दिनों में हम इसकी खेती बढ़ाने के लिए भी कई कदम उठा रहे हैं."
अक्टूबर और नवम्बर में केवल दो हफ्तों के लिए ही यह फूल खिलता है. त्योहारों के मौके पर केसर की महक और इसके फूलों की सुन्दरता चारों ओर फैल जाती है. कश्मीर के केसर के फूलों को जो एक बार देखता है, वह बसदेखते ही रह जाता है.
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