Sahitya Akademy Award: साहित्य अकादमी ने गुरुवार को साहित्य अकादमी पुरस्कार 2022 की घोषणा कर दी है. हिंदी के लिए बद्री नारायण को साहित्य अकादमी अवॉर्ड दिया जाएगा. बद्री नारायण हिंदी के एक बहुत प्रसिद्ध कवि हैं. उन्हें हिंदी कविता में अपने विशिष्ट योगदान के कारण केदार सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है.


इसके अलावा अंग्रेजी के लिए अनुराधा रॉय और उर्दू के लिए अनीस अशफाक को इस साल का साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया जाएगा. अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने इसकी जानकारी दी है. 23 भाषाओं के लिए एलान किए गए इन पुरस्कारों में सात कविता संग्रह, छह उपन्यास, दो कहानी संग्रह, दो साहित्य समालोचना, तीन नाटक और एक आत्मकथा समेत अन्य रचनाएं शामिल हैं.


उन्होंने बताया कि इन पुरस्कारों की अनुशंसा इन भारतीय भाषाओं की निर्णायक समितियों ने की और साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कम्बार की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में आज इन्हें अनुमोदित किया गया.


क्या होता है साहित्य अकादमी अवॉर्ड?


साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जिसे साहित्य अकादमी हर साल साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है. भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल 22 भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा सहित कुल 24 भाषाओं में प्रदान किया जाता है. पहली बार साहित्य अकादमी पुरस्कार साल 1955 में दिए गए थे.


साहित्य अकादमी पुरस्कार में क्या मिलता है?


साहित्य अकादमी पुरस्कार में विजेताओं को एक लाख रुपये नकद राशि और एक ताम्रपत्र दिया जाता है. पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5 हजार रुपये थी, जो साल 1983 में बढ़ा कर 10 हजार रुपये कर दी गई और साल 1988 में बढ़ा कर इसे 25 हजार रुपये कर दिया गया. इसके बाद साल 2001 से यह राशि 40 हजार रुपये की गई और उसके बाद साल 2003 में यह राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी गई थी. फिर सरकार ने साल 2009 में इस पुरस्कार की राशि को 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया था.


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