नई दिल्ली: देश में पहली बार आतंकी संगठन आईएस ने दस्तक दी है. लखनऊ में मारा गया आतंकी सैफुल्लाह आईएसआईएस से प्रभावित बताया जा रहा है. हालांकि यूपी पुलिस ने कहा है कि उसका किसी आतंकी संगठन से संपर्क नहीं था. सैफुल्लाह की मौत के बाद उसके पास से आईएसआईएस का झंडा भी बरामद हुआ.
दलजीत चौधरी ने कहा, ''सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने एक घर पर दबिश दी. एक सेल्फ प्रोक्लेम्ड युवक था. पुलिस को देखते ही उसने खुद को घर में बंद कर लिया. उसे सरेंडर करने का वक्त दिया गया लेकिन उसने लगातार फायर की. पुलिस ने उसे बाहर निकालने के लिए लगातार मिर्ची बम डाले लेकिन वो वगातार फायर करता रहा.
दलजीत चौधरी ने कहा, ''इसके बाद पुलिस की गोलीबारी में वो मारा गया. उसके बाद कमरे की तलाशी में भारी मात्रा में गोलाबारूद, 8 पिस्टल, 630 कारतूस, 6 चाकू, क्लॉक टाइमर, कास्टटाइरन की पाइप, 6 मोबाइल फोन, चार सिम कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, लैपटॉप, उर्दू-अंग्रेजी का साहित्य, बम बनाने का समाना, कैश सोना और तीन पासपोर्ट बरामद हुए. ये तीन-तार लोग घर में किराए पर रहते थे. आस पास के क्षेत्र की रेकी करते थे.''
दलजीत चौधरी ने कहा, ''इसके द्वारा शाजापुर में भोपाल-उज्जैन पैंसेंजर ट्रेन में एक कम क्षमता का ब्लास्ट किया. पुलिस ने जिस आरोपियों को गिरफ्तार किया उन्हीं से मिली सूचना के आधार पर इन आरोपियों की जानकारी मिला.''
दलजीत चौधरी ने कहा, ''आज के दौर में कुछ लोग सोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से आईएसआईस से प्रभावित हो जाते हैं. ये अपना आचरण भी उसी तरह का बना लेते हैं. इसी सोच के कारण इनके द्वारा इस तरह के कार्य किए जाते हैं. इन्होंने पहले भी धमाके करने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए.''