नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना महामारी के प्रसार के साथ लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के अतिरिक्त स्रोतों की आवश्यकता महसूस की गई. इसलिए इस्पात मंत्रालय की सलाह से सेल के सभी पांच एकीकृत स्टील प्लांट इस नतीजे पर पहुंचे हैं और स्टील के उत्पादन के लिए स्थापित अपने ऑक्सीजन संयंत्रों से विभिन्न खरीदारों को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू की है.
SAIL ने खुद की खपत में कटौती करने की कीमत पर भी देश की मांग के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की पेशकश की है. सेल ने पिछले साल अगस्त 29 से इस साल 20 मार्च तक ऑक्सीजन के लगभग 29019 टन की आपूर्ति अपने स्वयं के और एसोसिएट प्लांट्स बोकारो, भिलाई, राउरकेला, दुर्गापुर और बर्नपुर से की है.
आपूर्ति राष्ट्रीय फार्मास्युटिकल मूल्य निर्धारण प्राधिकरण के जरिए तय कीमतों पर की गई है. ऑक्सीजन की आवश्यकताओं में वर्तमान वृद्धि को पूरा करने के लिए SAIL पूरी तरह से तैयार है और वह ऑक्सीजन को इस्पात संयंत्रों से आपूर्ति करेगा.
वहीं COVID-19 महामारी के खिलाफ ओडिशा की लड़ाई को आज एक और ताकत तब मिली जब स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के निर्देश पर राउरकेला के सेल के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को स्थानीय लोगों के लिए कोरोना अस्पताल के रूप में उपयोग किया जाएगा. ओडिशा की राज्य सरकार ने इस संबंध में एक अनुरोध पत्र भी भेजा है.