Sakinaka Rape Case: मुंबई पुलिस कमिश्नर ने कहा- हर घटना की जगह पुलिस नहीं रह सकती मौजूद, जानकारी मिलने के बाद लिया एक्शन
Sakinaka Rape Case: नगराले ने बताया की खैरानी रोड पर एक कारखाने के पास काम करने वाले गार्ड ने पुलिस कंट्रोल को फोन कर बताया की कुछ लोग एक महिला के साथ झगड़ा कर रहे हैं.
Sakinaka Rape Case: मुंबई के साकीनाका इलाके में एक 30 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार हुआ और उसके बाद उसके साथ आरोपी ने क्रूरता भी की. जिसकी वजह से इलाज के दौरान घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में महिला ने अपना दम तोड़ दिया. इसी मामले पर मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले ने घटना की जानकारी दी. हालांकि इस बीच उन्होंने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि हर घटना की जगह पर पुलिस मौजूद तो नहीं रह सकती है, जानकारी मिलने के बाद ही पुलिस हरकत में आती है और वहां पहुंचती है.
नगराले ने बताया की 10 सितंबर की रात को 3.30 बजे पर खैरानी रोड पर एक फूट्टे के कारखाने के पास काम करने वाले गार्ड ने पुलिस कंट्रोल को फोन कर बताया की कुछ लोग एक महिला के साथ झगड़ा कर रहे हैं. यह जानकारी मिलते ही साकीनाका पुलिस की टीम 10 मिनट के भीतर ही वहां पहुंच गई और फिर कॉन्स्टेबल ने देखा की एक टेंपो में महिला बुरी तरह जख्मी हालत में है और उसके शरीर से खून निकल रहा है.
इसके बाद कॉन्स्टेबल ने किसी का इंतजार नहीं किया, एम्बुलेंस आने का इंतजार भी नहीं किया और कॉन्स्टेबल ने उस टेंपो की चाभी वहीं पास से ली और इसे लेकर सीधे राजावाड़ी अस्पताल गया. जहां उस महिला का डॉक्टर ने इलाज करना शुरू कर दिया. इस घटना के बाद मुंबई पुलिस ने तुरंत ही एक अज्ञात शख्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 376, 323, 504 और 34 के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी. रात में ही क्राइम ब्रांच की टीम और लोकल पुलिस की टीमें आरोपी की तलाश में जुट गए.
पहले पुलिस को भी लगा था की एक से ज्यादा आरोपी हो सकते हैं. सीसीटीवी स्कैन करने के बाद पुलिस को आरोपी का वीडिओ मिल गया और सारे लोग इस शख्स की तलाश पूरे अंधेरी इलाके में करने लगे. सुबह तक पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिसका नाम महेश चौहान बताया जा रहा है. वहीं इलाज के दौरान आज महिला ने अपना दम तोड़ दिया. जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर में आईपीसी की धारा 302 जोड़ दी और जांच शुरू कर दी है. नगराले ने बताया की शुरुआत में उन्हें लगा की महिला का बयान दर्ज कर लिया जाए तो आरोपी से जुड़ी और जानकारी मिल सकेगी लेकिन महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई.
एक महीने में जांच पूरी होगी!
नगराले ने बताया की यह मामला काफी गंभीर होने के चलते इस मामले की जांच के लिए एक एसीपी रैंक के अधिकारी को नियुक्त किया गया है और मामला महिला से जुड़ा है, इस वजह से महिला एसीपी ज्योत्सना रासम के नेतृत्व में एक एसआईटी बनाई गई है जो इस मामले की जांच करेगी. हमने जांच अधिकारी को एक महीने का वक्त दिया है और हम एक महीने में यह जांच पूरी कर चार्जशीट दायर करेंगे ताकि यह मामला जल्द से जल्द ट्रायल पर जाए और फास्ट ट्रैक पर मामला होने के चलते आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिल सके.
मौत के कारण का पता नहीं !
नगराले ने बताया की पीड़ित महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए जेजे अस्पताल में भेजा गया है. जहां पर तीन डॉक्टर का पैनल इसका पोस्टमार्टम करेगा और पोस्टमार्टम के समय इसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने तक यह बता पाना मुश्किल है कि आखिर मौत की वजह क्या है.