Sakshi Malik Remarks: पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट दिए जाने के भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के तदर्थ पैनल के फैसले के फैसले पर ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने सवाल खड़े किए हैं. 


साक्षी मलिक ने गुरुवार (20 जुलाई) को ट्वीट किया, ''सरकार ने एशियन गेम्स में सीधे नाम भेजकर पहलवानों की एकता को तोड़ने का काम किया है. मैं न कभी बिना ट्रायल खेलने गई हूं और न ही इसका समर्थन करती हूं.''


उन्होंने लिखा, ''सरकार की इस मंशा से विचलित हूं. हमने ट्रायल्स की डेट आगे बढ़वाने की बात कही थी लेकिन सरकार ने हमारी झोली में यह बदनामी डाल दी है.''



प्रत्येक भार वर्ग में ट्रायल्स कराने की मांग


बता दें कि एशियाई खेलों के ट्रायल में छूट के मुद्दे पर जूनियर विश्व चैंपियन अंतिम पंघाल समेत राष्ट्रीय स्तर के कई पहलवानों ने आईओए के एडहॉक पैनल के फैसले को अनुचित करार दिया. उन्होंने बुधवार (19 जुलाई) को हरियाणा के हिसार में सड़क पर विरोध प्रदर्शन भी किया. प्रदर्शनकारी पहलवानों ने प्रत्येक भार वर्ग में ट्रायल्स कराने की मांग की है.


दिल्ली हाई कोर्ट में दी गई है ट्रायल में छूट को चुनौती


पहलवान अंतिम पंघाल और सुजीत कलकल ने बुधवार (19 जुलाई) को ही एशियाई खेलों के ट्रायल के लिए विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को दी गई छूट को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी. इस पर गुरुवार (20 जुलाई) को सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) से फोगाट और पुनिया को ट्रायल में छूट देने का आधार पूछा.


मामले की अगली सुनवाई 21 जुलाई को होगी. जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद ने डब्ल्यूएफआई को अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है. कोर्ट ने पूछा कि विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के अच्छे खिलाड़ी होने के अलावा सिलेक्शन का आधार क्या है?


अन्य पहलवानों का 22-23 जुलाई को होना है ट्रायल 


गौरतलब है कि मंगलवार (18 जुलाई) को विनेश फोगाट (53 किलोग्राम) और बजरंग पुनिया (65 किलोग्राम) आईओए की एडहॉक कमेटी ने एशियन गेम्स के लिए बगैर ट्रायल सीधी एंट्री दी थी. अन्य पहलवानों का 22 और 23 जुलाई को ट्रायल होना है. मामले पर इसलिए भी विवाद गहराता जा रहा है क्योंकि डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया शामिल थे.


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