अयोध्या: भव्य राम मंदिर के शिलान्यास का भूमि पूजन कार्यक्रम शुरू होने में कुछ घंटे ही बचे हैं. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करने आएंगे. मंच पर पीएम मोदी के साथ नृत्य गोपाल दास, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत होंगे. इनके अलावा मंच पर यजमान सलिल सिंघल भी होंगे. भूमिपूजन का कार्यक्रम मुख्य रूप से अशोक सिंघल के भतीजे सलिल सिंघल की जजमानी में संपन्न होगा.


राम मंदिर आंदोलन को धार देने वाले नेताओं में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल मुख्य रूप से शामिल रहे हैं. अशोक साल 1980 में वीएचपी में शामिल हुए थे. 1984 के बाद वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए और दिसंबर 2011 तक इस पद पर रहे. नवंबर 2015 में उनका निधन हो गया. सलिल सिंघल अशोक सिंघल के बड़े भाई के बेटे हैं. सलिल पीएम के साथ मंच पर उपस्थित होंगे.


भूमिपूजन कार्यक्रम में 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को निमंत्रण
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. निमंत्रण सूची बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अलावा वरिष्ठ वकील के परासरन व अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ 'निजी तौर पर चर्चा' करके तैयार की गई है. मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े हुए हैं और वे सभी उपस्थित रहेंगे.
इनके अलावा शहर के भी कुछ गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है.


साथ ही नेपाल के संतों को भी आमंत्रित किया गया है क्योंकि जनकपुर का बिहार, उत्तर प्रदेश और अयोध्या से भी संबंध है. राज्य सरकार एक डाक टिकट भी जारी करेगी जोकि मंदिर के डिजाइन पर आधारित है.


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