नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग आतंकी हमले में 52 अमरनाथ तीर्थयात्रियों की जान बचाने वाले सलीम गफूर शेख एक बार फिर चर्चा में हैं. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पिछले साल अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए आतंकी हमले में 52 यात्रियों को बचाने वाले बस ड्राइवर सलीम गफूर शेख ने आर्मी वेल्फेयर फंड में 11,000 रुपये दान दिए हैं. यह राशि सलीम के एक महीने की सैलरी के बराबर है. सलीम को हाल ही में गणतंत्र दिवस के मौके पर 52 अमरनाथ यात्रियों की जान बचाने के लिए "उत्तम जीवन रक्षा पदक" से सम्मानित किया गया था. यह वीरता के लिए नागरिकों को दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च सम्मान है.
सलीम ने अखबार को बताया, "मुझे भारतीय सेना पर गर्व है. उन्होंने हमें बचाया और हम सभी यात्रियों को सुरक्षित घर जाने का प्रबंध किया. भारतीय सेना की वजह से मैं और सभी 52 यात्री खुशी खुशी अपने परिवार के साथ रह रहे हैं."
उन्होंने कहा, "मैंने हाल ही में टीवी पर देखा कि हमारे चार जवान शहीद हो गए. इसलिए मैंने फैसला किया कि मैं जवानों के लिए कुछ करुंगा. मेरे अकाउंट में जो भी पैसा था उसे मैंने अपनी सेना के लिए दान दे दिया. हमारे जवानों के परिवारवाले ही देश को सच्चे सपूत देते हैं."
बता दें कि पिछले साल जुलाई में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में बातेंगू के नजदीक आतंकवादियों ने बस पर गोलीबारी शुरू कर दी थी. तब बस ड्राइवर सलीम ने अपनी सूझबूझ और बहादुरी से 52 तीर्थयात्रियों की जान बचाई थी. उन्होंने बड़ी चालाकी के साथ आतंकियों को चकमा देकर बस को अंधेरे में दो किलोमीटर तक चलाकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया. इस बीच आतंकी लगातार बस पर फायरिंग कर रहे थे, लेकिन सलीम की वजह से बस में बैठे सभी लोग बच गए. उस घटना में सात तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी और 14 अन्य घायल हो गए थे.