(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
आतंकी हमले में अमरनाथ यात्रियों की जान बचाने वाले सलीम को सम्मानित किया गया
अमरनाथा यात्रा पर 10 जुलाई को बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग जख्मी हो गए हैं. बस पर फायरिंग तब हुई जब ये बस अमरनाथ यात्रा पूरी करके लौट रही थी. ये आतंकी हमला और भी बड़ा हो सकता था अगर बस ड्राइवर सलीम होशियारी न दिखाते.
मुंबई: अमरनाथ यात्रियों पर हुए हालिया हमले के दौरान लोगों की जान बचाने वाले गुजरात के बस ड्राइवर सलीम शेख को एक संगठन की ओर से सम्मानित किया गया है. इससे पहले 10 जुलाई को को अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले में 7 लोगों की जान चली गई थी. यह हमला तीर्थयात्रियों से भरी बस पर किया गया था.
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने भी बहादुर बस ड्राइवर को सम्मानित किया. शेलार ने बताया, ‘‘मानवता के प्रति अदम्य साहसिक क्षमता दिखाने वाले तमाम लोगों का हमलोग आदर करते हैं. सलीम उनमें से ही एक हैं और इसलिए उन्हें सम्मानित किया गया.’’
फायरिंग के बीच सलीम चलाते रहे बस अमरनाथ यात्रा से लौट रही बस में 56 यात्री सवार थे अगर आतंकी बस में चढ़ने में कामयाब हो जाते तो स्थिति और भी खराब हो सकती थी. इस हमले के बाद सलीम ने बताया, “उस दिन तो मालिक ने मेरी मदद की, मालिक की मर्जी थी बचाना इसलिए मैं गाड़ी लेकर चल पड़ा. अचानक से रात को करीब 8 बजे पहले सामने से फायरिंग हुई फिर हद से ज्यादा फायरिंग होने लगी. फायरिंग के बीच आड़ा होकर मैं गाड़ी चलाता रहा”. सलीम का कहना है कि जिन आतंकियों ने ये हमला किया है उन्हें छोड़ा नहीं जाना चाहिए. आपको बता दें सलीम की तारीफ गुजरात के सीएम विजय रुपानी ने भी की है. रुपानी सलीम का नाम वीरता सम्मान के लिए भी भेजेंगे.
क्या है पूरा मामला ? अमरनाथा यात्रा पर 10 जुलाई को बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग जख्मी हो गए हैं. बस पर फायरिंग तब हुई जब ये बस अमरनाथ यात्रा पूरी करके लौट रही थी. ये आतंकी हमला और भी बड़ा हो सकता था अगर बस ड्राइवर सलीम होशियारी न दिखाते. जब बस पर आतंकियों ने गोलियां बरसानी शुरू की तब सलीम ने बस रोकी नहीं और बस के एक्सिलेटर को दबाते रहे. सलीम अगर अपनी सूझबूझ न दिखाते तो ये आतंकी हमला और भी बड़ा हो सकता था. सलीम बड़ी ही तेजी से मिलिट्री कैंप तक बस को बिना रोके ले गए.