अहमदाबाद: हिन्दी फिल्मों के कलाकार सलमान खान की आगामी फिल्म का नाम ‘लवरात्रि’ से बदलकर ‘लवयात्री’ किए जाने के एक दिन बाद, एक हिन्दू संगठन ने गुजरात हाई कोर्ट से बुधवार को कहा कि उसे नया नाम स्वीकार्य नहीं है.
शहर के संगठन ‘सनातन फाउंडेशन’ ने एक जनहित याचिका दायर करके अनुरोध किया कि या तो इस फिल्म का शीर्षक और फिल्म की कुछ सामग्री बदली जाए या इसे ‘‘हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने’’ के आधार पर प्रतिबंधित किया जाए. संगठन ने अदालत से कहा कि फिल्म का नाम इसलिए स्वीकार्य नहीं है क्योंकि यह हिन्दुओं के त्योहार ‘नवरात्रि’ से मिलता जुलता है.
जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान, प्रतिवादी निर्माता के वकील ने अदालत में कहा कि याचिका ‘समय पूर्व’ दायर की गई है क्योंकि फिल्म को अब तक सेंसर बोर्ड से प्रमाणपत्र नहीं मिला है.
सेंसर बोर्ड से प्रमाणपत्र मिलने से पहले प्रोमो कैसे जारी -कोर्ट
चीफ जस्टिस आर सुभाष रेड्डी और जस्टिस वी एम पंचोली की पीठ ने फिल्म के निर्माता के वकील को फिल्म की सामग्री के संबंध में निर्देश लेने का निर्देश दिया और पूछा कि सेंसर बोर्ड से प्रमाणपत्र मिलने से पहले इसके प्रोमो जारी कैसे कर दिए गए.
इस फिल्म में सलमान खान के बहनोई आयुष शर्मा और कलाकार वरीना हुसैन ने एक्टिंग किया है और इसकी कहानी नवरात्रि की पृष्ठभूमि पर है.