Maldives Minister Remarks Row: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल में केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप की यात्रा पर मालदीव की यूथ एम्पावरमेंट मंत्री मरियम शिउना समेत वहां के कुछ नेताओं ने अपमानजनक टिप्पणियां कीं, जिसके बाद विवाद गरमाता जा रहा है.


मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार ने हालांकि ऐसी टिप्पणियों की निजी करार दिया और उनसे किनारा किया है, साथ ही मंत्री मरियम शिउना, मालशा और हसन जिहान को निलंबित करते हुए एक्शन भी लिया गया है लेकिन भारतीयों में इस मामले को लेकर काफी आक्रोश है.


भारत में लोगों ने मालदीव की यात्रा का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. इस बीच मामले पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का भी रिएक्शन सामने आया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि हम विदेशी लोगों की टिप्पणियों को आगे नहीं बढ़ाते क्योंकि यह हमारे राष्ट्रीय हित का सवाल है. उन्होंने कहा कि बातचीत से सब कुछ हल किया जा सकता है.


क्या कहा सलमान खुर्शीद ने?


कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने रविवार (7 जनवरी) को मीडिया से बात करते हुए कहा, ''देखिए, जो भी हमारे मुल्क की, हमारे कंट्री की जो भी लीडरशिप कोई किसी बात को बाहर कहती है या उस पर कोई टिप्पणी कहीं से आती है तो उसको हम आगे नहीं बढ़ाते हैं क्योंकि ये हमारा नेशनल इंट्रेस्ट का और नेशनल प्रतिभा का सवाल है, इस पर हम डिस्कशन नहीं करते.''


जब उनसे पूछा गया कि भारत अगर अपने टूरिज्म साइट्स की बात करता है तो इस पर मालदीव को क्यों ऐतराज है तो सलमान खुर्शीद ने कहा, ''नहीं-नहीं, ऐतराज है कि नहीं वो आगे बातचीत होगी, हर चीज बातचीत से, डायलॉग से सॉल्व होगी.''






मालदीव के नेताओं की ओर की गईं अपमानजनक टिप्पणियों पर भारत ने चिंता और कड़ी आपत्ति जताई है. सूत्रों के मुताबिक, माले में भारतीय उच्चायुक्त ने मालदीव सरकार के सामने यह मामला उठाया है.


मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद का फूटा गुस्सा


मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भी मंत्री मरियम शिउना की टिप्पणी की निंदा की है और देश की सुरक्षा और समृद्धि के लिए भारत को एक प्रमुख सहयोगी बताया है. मोहम्मद नशीद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, ''मालदीव सरकार की अधिकारी मरियम शिउना ने एक प्रमुख सहयोगी के नेता को लेकर कितनी भयावह भाषा बोली है, जो मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है.''


पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ''मोहम्मद मुइज्जू सरकार को इन टिप्पणियों से खुद को दूर रखना चाहिए और भारत को स्पष्ट आश्वासन देना चाहिए कि उन टिप्पणियां का सरकारी की नीति से कोई लेना देना नहीं है.''


मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने रविवार (7 जनवरी) को अपनी मंत्री की टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे.


यह भी पढ़ें- पीएम मोदी और भारत पर विवादित टिप्पणी करना पड़ा भारी, मालदीव ने सस्पेंड किए मरियम शिउना समेत 3 मंत्री