Lok Sabha Elections 2024: क्या सैम पित्रोदा के इस्तीफे से होगा डैमेज कंट्रोल? PM मोदी ने राष्ट्रपति से जोड़ा बयान तो बैकफुट पर कांग्रेस
Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव के बीच सैम पित्रोदा के विवादित बयान कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. इससे पहले वे पुलवामा हमले, 1984 के दंगे सहित कई बार आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं.
Sam Pitroda Remark: लोकसभा चुनाव के बीच एक बार फिर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा की नस्लीय टिप्पणी के बाद बीजेपी ने इसे चुनावी मुद्दा बना लिया है और लगातार कांग्रेस पर हमलावर है. ऐसा पहली बार नहीं है, जब उन्होंने इस तरह के विवादित बयान दिए हैं. विवाद बढ़ने पर सैम पित्रोदा ने बुधवार (8 मई) को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस ने उनका इस्तीफा तत्काल स्वीकार भी कर लिया.
पीएम मोदी ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की नस्लीय टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है. उन्होंने कहा है कि पूर्वी भारत के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने सैम पित्रोदा टिप्पणियों को नस्लीय बताते हुए कहा कि लोग त्वचा के रंग के आधार पर देशवासियों का अपमान करने के प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे. इससे पहले पित्रोदा ने विरासत टैक्स के बारे में बात करके विवाद खड़ा कर दिया था. इस बयान को भी बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बनाया था.
सैम पित्रोदा ने क्या बोला, जिस पर मचा बवाल?
सैम पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट में कहा, ‘‘हम 75 साल से बहुत सुखद माहौल में रह रहे हैं, जहां कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं. हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं. जहां पूर्वी भारत के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं.’’
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति से जोड़ा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें अब समझ में आया कि कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को इसलिए हराना चाहती थी, क्योंकि उनकी त्वचा का रंग काला है.
सैम पित्रोदा कई बार दे चुके हैं विवादित बयान
बीजेपी ने कहा, "1984 के दंगों को लेकर एक सवाल पर पित्रोदा ने कहा था कि हुआ तो हुआ. 2019 में जब देश में आम चुनाव की तैयारी हो रही थी तो उन्होंने पुलवामा आतंकवादी हमले के संदर्भ में कहा था कि ऐसे हमले होते रहते हैं."
राम मंदिर पर सैम पित्रोदा ने बयान दिया था कि इससे महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्या दूर नहीं होगी. उन्होंने कहा था कि मंदिर रोजगार नहीं दे सकता है फिर भी हर कोई राम, हनुमान की बात करता नजर आ रहा है.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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