Akhilesh Yadav on Budget: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार (30 जुलाई) को लोकसभा में बजट पर चर्चा करते हुए शायराना अंदाज में केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस साल एनडीए सरकार का 11वां बजट पेश किया गया है. इसके बाद भी नाउम्मीदी नजर आ रही है. सपा प्रमुख ने कहा कि कहा गया कि प्राइवेटाइजेशन से नौकरियां आएंगी, जबकि ऐसा नहीं हुआ. 10 साल बाद भी हम वहीं खड़े हैं. इसके बाद अखिलेश ने सदन में शायरी सुनाई.
सरकार की तरफ से किए जा रहे दावों का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कहा जाता है कि देश में टैक्स कलेक्शन बढ़ गया है. अगर ऐसा हुआ है तो फिर एक्सपोर्ट कैसे कम हो रहा है. देश में लगातार व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने यूपी के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि देश 10 साल बाद भी आज वहीं खड़ा है. यूपी में जो नतीजे देखने को मिले हैं, उसने दिखाया है कि आपने किस तरह का काम किया है. देश के प्रधानमंत्री को वोट से हार का सामना करना पड़ा है.
अखिलेश का शायराना अंदाज
अखिलेश यादव ने आगे संसद में शायरी सुनाई और सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, "मैं जब सत्ता पक्ष के लोगों को सुनता हूं तो मुझे वो लाइनें याद आ जाती हैं, वो झूठ बोल रहा था बड़े सलीके से, मैं ऐतबार ना करता तो और क्या करता." उन्होंने कहा कि विदेशी निवेश की खूब बातें होती हैं, लेकिन यूपी को सिर्फ एक फीसदी विदेशी निवेश मिला है. यूपी में नोएडा में जो कंपनियां खुली हैं, जहां मोबाइल बन रहे हैं. उसके लिए हमारी सरकार के दौरान जमीन दी गई.''
अखिलेश यादव और सत्ता पक्ष के सांसदों के बीच तीखी नोंकझोंक भी देखने को मिली. इस पर उन्होंने कहा कि अगर मैं कुछ बोल दूंगा तो फिर आप लोग कहेंगे कि बोल दिया. उन्होंने कहा कि यूपी में लायन सफारी राज्य सरकार और केंद्र सरकार शुरू नहीं होने दे रही है. अपने भाषण के आखिर में अखिलेश यादव ने फिर से शायरी सुनाई. उन्होंने कहा, "बुनियाद को नकार कर जो इमारतें उठाई गईं, हम भी देखते हैं कि वो किस मंजिल तक जाएंगी."
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