जयाप्रदा ने बताया 'खिलजी' जैसा तो आजम खान बोले- नाचने-गाने वालों के मुंह नहीं लगूंगा
जयाप्रदा को आजम खान के गढ़ रामपुर से 2004 में लोकसभा का टिकट दिया गया और वह सांसद बनी. उस समय जयाप्रदा का आजम ने खुलकर विरोध किया था.
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) की पूर्व सांसद जयाप्रदा और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान में एक बार फिर जुबानी जंग शुरू हो गई है. जयाप्रदा के खिलजी वाले बयान पर आजम खान ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं नाचने-गाने वालों के मुंह नहीं लगूंगा.
अभिनेत्री जयाप्रदा ने शनिवार को कहा था, 'मैं जब पद्मावत देख रही थी तो खिलजी के किरदार ने मुझे आजम खां की याद दिला दी. मैं सोच रही थी कि जब मैं रामपुर से चुनाव लड़ रही थी तब उस शख्स ने किस तरह से मुझे प्रताड़ित किया था.'
जयाप्रदा के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने कहा, 'मैं इन दिनों शिक्षा के क्षेत्र में व्यस्त हूं. मेरे पास इस तरह के लोगों की बातों का जवाब देने का वक्त नहीं है. मेरा फोकस छात्रों की पढ़ाई में है. मैं नाचने-गाने वालों के मुंह नहीं लगूंगा. यदि मैं ऐसा करूंगा तो फिर सियासत नहीं कर पाऊंगा.'
दरअसल आजम खान और जयाप्रदा की लड़ाई पुरानी है. कभी समजवादी पार्टी में राज्यसभा सांसद अमर सिंह की तूती बोलती थी. वह मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाते थे. इसी दौरान समाजवादी पार्टी में जयाप्रदा की सक्रियता बढ़ी.
जयाप्रदा को आजम खान के गढ़ रामपुर से 2004 में लोकसभा का टिकट दिया गया और वह सांसद बनी. उस समय जयाप्रदा का आजम ने खुलकर विरोध किया था. उसके बाद से आजम खान सार्वजनिक मंचों से जया प्रदा को लेकर विवादित टिप्पणी करते रहे हैं.
पार्टी में विरोध को देखते हुए अखिलेश यादव ने बाद में अमर सिंह और जयाप्रदा को पार्टी से निकाल दिया था. 2014 के लोकसभा चुनाव में जयाप्रदा राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के टिकट पर बिजनौर से लड़ी थी. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा.