SP Candidate List: अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) ने मंगलवार (30 जनवरी) को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 16 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट रिलीज कर दी है. इस सूची में यादवों के नाम पर सिर्फ मुलायम सिंह के परिवार वालों को टिकट दी गई है. एटा और फर्रुखाबाद से सपा हमेशा यादवों को टिकट देती आई है लेकिन इस बार दोनों ही जगह पर शाक्य समाज के लोगों को जगह दी गई.


यादव उम्मीदवारों की अगर बात की जाए तो मैनपुरी से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, फिरोजाबाद से उनके भाई अक्षय यादव और बदायूं से अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया गया है. पिछले लोकसभा चुनाव में मैनपुरी से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत सपा नेता मुलायम सिंह यादव सांसद थे.  


पांच चौंकाने वाले नाम कौन से हैं?


इस लिस्ट जो चौंकाने वाले नाम है उनमें एटा से देवेश शाक्य, फर्रुखाबाद से नवल किशोर शाक्य, गोरखपुर से काजल निषाद, उन्नाव से अनु टंडन और फैजाबाद से अवधेश प्रसाद के नाम शामिल हैं.


दरअसल, एटा और फर्रुखाबाद ऐसी लोकसभा सीट रही हैं यहां से सपा ज्यादातर यादव उम्मीदवारों को चुनाव लड़वाती आई है. एटा से पिछले लोकसभा चुनाव में देवेंद्र यादव को सपा ने टिकट दिया था लेकिन इस बार सभी को चौंकाते हुए वहां से देवेश शाक्य का नाम इस लिस्ट में जोड़ दिया. देवेश शाक्य औरैया के रहने वाले हैं और विधूना से विधायक रहे विनय शाक्य के छोटे भाई हैं.


फर्रुखाबाद से नवल किशोर शाक्य को टिकट देकर सपा ने सभी को चौंका दिया. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के दामाद रहे नवल किशोर शाक्य पेशे से डॉक्टर हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े थे और तीसरे नंबर पर रहे थे. हालांकि ये लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का गढ़ माना जाता है. साथ ही कांग्रेस सलमान खुर्शीद के लिए यहां से टिकट भी मांग रही थी.  


योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर से काजल निषाद


तीसरा चौंकाने वाला नाम काजल निषाद का है जिन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर से प्रत्याशी बनाया गया है. काजल निषाद राजनीति के अलावा एंटरटेनमेंट जगत से भी ताल्लुक रखती हैं. इन्होंने सब टीवी पर आने वाले लापतागंज जैसे कॉमेडी शो में भी काम किया है साथ ही भोजपुरी फिल्मों में अपनी पहचान बनाई है. वो साल 2012 में कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं.






इनके अलावा उन्नाव से अनु टंडन और फैजाबाद से अवधेश प्रसाद को उम्मीदवार बनाना चौंकाने वाला फैसला माना जा रहा है क्योंकि फर्रुखाबाद के साथ-साथ इन दोनों सीटों पर भी कांग्रेस अपने उम्मीदवार लड़ा सकती थी. उन्नाव से अनु टंडन कांग्रेस से सांसद रह चुकी हैं. इसी तरह फैजाबाद से भी कांग्रेस 2014 और 2019 से पहले जीतती आई है.


इन उम्मीदवारों को मिली लिस्ट में जगह


समाजवादी पार्टी ने संभल से शफीकुर्रहमान बर्क को, फिरोजाबाद से अक्षय यादव को, मैनपुरी से डिम्पल यादव को, एटा से देवेश शाक्य को, बदायूं से धर्मेंद्र यादव को, खीरी से उत्कर्ष वर्मा को, धौरहरा से आनन्द भदौरिया को, उन्नाव से अनु टंडन को, लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा को, फर्रुखाबाद से डॉ. नवल किशोर शाक्य को, अकबरपुर से  राजाराम पाल को, बांदा से शिवशंकर सिंह पटेल को, फैजाबाद से अवधेश प्रसाद को, अम्बेडकर नगर से लालजी वर्मा को, बस्ती से रामप्रसाद चौधरी को, गोरखपुर से काजल निषाद को टिकट दिया है.


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