Budget Dabte 2024: संसद के मॉनसून सत्र में इन दिनों बजट पर चर्चा चल रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए बजट पर विपक्षी दल के नेता अपनी बात रख रहे हैं और लगातार इसकी कमियों को गिना रहे हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (SP) के आंबेडकर नगर से सांसद लालजी वर्मा ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी.


लालजी वर्मा ने कहा कि यह बजट भेदभावपूर्ण बजट है. किसानों का, नौजवानों का, पिछड़े वर्ग के लोगों का, अनुसूचित जाति के साथ अन्याय किया गया है. किसी भे देश के विकास का रास्ता खेतों और खलिहानों से होकर गुजरता है. जब खेत और खलिहान समृद्ध होंगे तो देश की आय बढ़ेगी, लेकिन इस बजट में किसानों के बारे में, उनकी एमएसपी की गारंटी देने के बारे में कोई बात नहीं रखी गई है. ये बजट किसानों के हितों की अनदेखी करने वाला बजट है.


'लागत मूल्य बढ़ा, लेकिन आय नहीं बढ़ी'


उन्होंने कहा कि किसान का लागत मूल्य तो बढ़ गया महंगाई के चलते, लेकिन इसके समतुल्य एमएसपी नहीं घोषित की गई. इससे किसान की आमदनी घटी है. वित्त मंत्री ने दूसरे सेक्टरों को रियायत दी है, लेकिन कृषि उपकरणों पर 28 प्रतिशत जीएसटी है. यह आर्थिक और सामाजिक गैरबराबरी को बढ़ाने वाला बजट है.


मनरेगा का जिक्र कर पूछा ये सवाल


मैंने बजट के सभी पहलुओं को देखा. कृषि के बजट को ठीक से नहीं बढ़ाया गया है. मनरेगा के जरिये जो बड़ा रोजगार मिलता था, उसकी मजदूरी 231 रुपये प्रतिदिन रखा गया है. 231 रुपये में कोई मजदूर नहीं मिलता. इसे बढ़ाने का प्रावधान बजट में नहीं किया गया है. बजट में वित्त मंत्री ने शहरी विकास की बात तो की है, लेकिन ग्रामीण विकास पर इस बजट में बात नहीं की गई है. बजट में छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने की व्यवस्था नहीं की गई है.  


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