Delhi Assembly elections: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल के बीच नजदीकी बढ़ती दिख रही है. आम आदमी पार्टी की ओर से आयोजित महिला अदालत को संबोधित करते हुए, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य मॉडल और उनकी नीतियों की खुलकर तारीफ की. यह पहली बार है जब दोनों नेताओं के बीच ऐसी सार्वजनिक प्रशंसा और सहयोग देखने को मिला. इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, खासकर जब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनावों में तल्खी बढ़ गई थी.
महिला अदालत कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने केजरीवाल के स्वास्थ्य मॉडल की तारीफ करते हुए कहा कि इस मॉडल को कई राज्यों ने अपनाया है. अखिलेश ने खुले तौर पर ऐलान किया कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी रहेगी. कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने गृहमंत्री अमित शाह और गृह मंत्रालय पर हमला करते हुए कहा "जब दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो हम कैसे मान लें कि देश उनके हाथों में सुरक्षित है." उन्होंने मणिपुर हिंसा और गृह मंत्रालय की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए, अखिलेश ने कहा "गृह विभाग सिर्फ नाम का है, दिल्ली से लेकर मणिपुर तक हालात खराब हैं."
अखिलेश-कांग्रेस की तल्खी का कारण?
हाल के चुनावों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच विवाद बढ़ा था. अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने सहयोगी दलों के साथ न्याय नहीं किया. जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने संकेत दिया था कि वह अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. अरविंद केजरीवाल के साथ अखिलेश यादव की नजदीकी एक नई राजनीतिक दिशा की ओर इशारा करती है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में दोनों का रूख क्या होता है.
इंडिया अलायंस के भीतर बढ़ती तकरार
इंडिया अलायंस के सहयोगी दलों के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं, उन्होंने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपना समर्थन दिया है. अखिलेश यादव ने आप सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुए कहा, "आप की सरकार ने जो काम किया है, उसके लिए दोबारा मौका मिलना चाहिए."
सपा और AAP मिलकर भाजपा और कांग्रेस दोनों को चुनौती दे सकते हैं. AAP को दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस दोनों से लड़ना है. इसलिए सपा का समर्थन इसे औऱ मजबूती देगा.