RSS Chief Dalit-OBC: देश की राजनीति में क्षेत्रीय दलों पर लगातार परिवारवादी पार्टी होने के आरोप लगते रहते हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के विचारक सुनील रागी ने भी समाजवादी पार्टी जैसे क्षेत्रीय दलों को पारिवारिक पार्टी बताया. संगीत रागी के इन आरोपों पर सपा नेता सुनील सिंह यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि आरएसएस और बीजेपी के लोग क्षेत्रीय दलों पर जातिवादी और परिवारवादी पार्टी होने के आरोप लगाते ही रहते हैं. सुनील साजन ने सवाल पूछते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को बने 30-32 साल हुए हैं. आरएसएस का गठन हुए 90 साल हो चुके हैं. आज तक आरएसएस का प्रमुख कोई पिछड़ा या दलित क्यों नहीं बना?


सुनील सिंह यादव ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, पिछड़ा-दलित जैसी बातें करते हैं, लेकिन आज तक कोई पिछड़ा-दलित आरएसएस प्रमुख के पद पर नहीं पहुंचा सका. उन्होंने पूछा कि अभी तक नहीं बना है, तो क्या भविष्य में बन सकता है. उन्होंने कहा कि आरएसएस से ज्यादा जातिवादी कोई नहीं है. अगर जातिवाद देखना है, तो आरएसएस को अपने अंदर झांककर देखना होगा. 


दलित-पिछड़ों को जातिवादी नजर से देखता है RSS- सपा नेता


सपा नेता सुनील सिंह यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि दलित और पिछड़ों को आरएसएस अभी भी उसी नजर से देखती है. जब उन्हें पढ़ने नहीं दिया जाता था, अच्छा पहनने, अच्छा खाने और अच्छा घर बनाने तक से रोकते थे. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का दिया संविधान लागू होने के बाद से जब सब बराबर पर खड़े हो गए, आपके सीने पर सांप लोटता है. सपा नेता ने कहा कि आप सोचते हैं, पिछड़े-दलित बराबर में कैसे खड़े हो गए? हम बीजेपी और आरएसएस की ये तकलीफ समझ सकते हैं. 


एक ही परिवार लेता है सियासी फैसले- आरएसएस विचारक


आरएसएस विचारक संगीत रागी ने सपा नेता सुनील साजन के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि क्षेत्रीय दल पारिवारिक पार्टियां बन चुकी हैं, एक परिवार तय करता है कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा, कौन अध्यक्ष बनेगा, कौन सांसद बनेगा. संगीत रागी ने कहा कि एक ही परिवार के कई लोग सत्ता प्रतिष्ठान के हिस्से बनते हैं और निर्णायक फैसले लेते हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस में ऐसी चीजें नहीं हैं. सपा नेता को पता नहीं है कि दुनिया का सबसे बड़ा संगठन वनवासी कल्याण आश्रम वनवासियों के लिए काम करता है.


आरएसएस जाति नहीं हिंदू के तौर पर देखता है- संगीत रागी 


आरएसएस विचारक ने कहा कि आरएसएस किसी को भी जाति के आधार पर नहीं, बल्कि हिंदू के तौर पर देखता है. उन्होंने कहा कि आरएसएस के लिए कोई ओबीसी नहीं है, कोई दलित नहीं है. राम के देश में सब राममय हैं. इस पर सपा नेता सुनील यादव ने कहा कि जब वोट लेना होता है, तो ओबीसी-दलित को हिंदू बताया जाता है और जब अधिकार देना हो, तो उन्हें अछूत मान लिया जाता है. सपा नेता ने कहा कि हम इसी सोच के खिलाफ लड़ रहे हैं. जिसके जवाब में संगीत रागी ने कहा कि आरएसएस केवल यादवों को लेकर समाजवाद लाने का नजरिया नहीं रखता है.


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