Sambhal Row: 7 फीट तक हो चुकी चंदौसी की बावड़ी की खुदाई, ASI टीम देखने पहुंची, जल्द खुलेगा राज!
Chandausi Stepwell: मंगलवार को टीम ने करीब 7 फीट तक खुदाई की. इसके बाद इसमें सुरंग और साफ दिखने लगा है. इससे पहले सोमवार को वहां एक और कूप मिला. लगातार गहराते रहस्य के बाद ASI की टीम वहां पहुंची है.
Chandausi Stepwell Latest News: संभल के चंदौसी में बावड़ी की खुदाई में नई चीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. आज (25 दिसंबर 2024) भी इसकी खुदाई की जा रही है, ताकि पूरी बावड़ी सामने आ सके और हर दावे, हर रहस्य से पर्दा उठ सके. बुधवार सुबह एएसआई की सर्वे टीम मौके पर पहुंची और बावड़ी का जायजा लिया.
बता दें कि मंगलवार को टीम ने करीब 7 फीट तक खुदाई की. इसके बाद इसमें बना बड़ा सा सुरंग दिखने लगा है. इससे पहले सोमवार को वहां एक और कूप मिला. बता दें कि संभल में कुछ दिन पहले एक मंदिर मिला था. इसके बाद खुदाई में कुआं मिला और कुएं को खोदा गया तो प्राचीन बावड़ी के रहस्य से पर्दा उठा.
खुदाई में कब क्या हुआ
21 दिसंबर को बावड़ी की खुदाई शुरू की गई. इसके बाद 22 दिसंबर को यहां 5 फीट की खुदाई में जमीन के अंदर भवन का स्ट्रक्चर मिला. 23 दिसंबर को खुदाई के बाद तस्वीरें और साफ हुईं. तब वहां जमीन के अंदर लंबी सुरंग दिखाई दी. 24 दिसंबर को टीम ने करीब 7 फीट तक खुदाई की. अब भी बावड़ी का बड़ा हिस्सा नीचे दबा हुआ है. ऐसे में जिला प्रशासन ने यहां आगे भी खुदाई जारी रखने का फैसला किया है.
इस तरह शुरू हुई यहां खुदाई
बता दें कि लक्ष्मणगंज में 17 दिसंबर 2024 को एक खंडहरनुमा प्राचीन मंदिर मिला था. इसे लेकर दावा किया गया कि यह 150 वर्ष पुराना बांकेबिहारी मंदिर है. इसके बाद शनिवार (21 दिसंबर 2024) को संपूर्ण समाधान दिवस में सनातन सेवक संघ के पदाधिकारी ने डीएम को एक लेटर देकर लक्ष्मणगंज के ही एक प्लॉट में प्राचीन बावड़ी होने का दावा किया था. डीएम के आदेश पर तहसील और पालिका की टीम ने मौके पर पहुंच कर बताई गई जमीन पर खुदाई शुरू की. एक घंटे की खुदाई में जब टीम को दीवारें दिखने लगीं तो इसे हाथों से खोदना शुरू किया गया. रविवार को दूसरे दिन की खुदाई में कमरों जैसी आकृति मिली तो बावड़ी होने की बात की पुष्टि हुई.
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