Same Sex Marriage Hearing Highlights: 'यहां हो रही बातों के लिए बाहर किया जा रहा ट्रोल फिर भी...', समलैंगिक शादी पर सुनवाई के दौरान बोले CJI
सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को समलैंगिक विवाह पर लगातार तीसरे दिन सुनवाई हुई. सीजेआई ने याचिकाकर्ताओं की ओर से सोमवार को दलीलें पूरी करने की बात कही.
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Same Sex Marriage Live Updates: देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आज समलैंगिक विवाह पर सुनवाई का तीसरा दिन है. समलैंगिक विवाह को लेकर कानून बनाए जाने की मांग कर रहे याचिकाकर्ताओं का कहना है कि वह भी इस देश के नागरिक हैं, और उनको भी सम्मान और समानता के साथ जीवन जीने का अधिकार है.
केंद्र सरकार और मुस्लिम लॉ बोर्ड इस सुनवाई का विरोध कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने सुनवाई के पहले दिन सुप्रीम कोर्ट से कहा, कानून बनाना संसद का काम है, कोर्ट इस केस को नहीं सुन सकती है लेकिन अदालत ने कहा, पहले हमें याचिकाकर्ता को सुनने तो दें. जिसके बाद मामले की सुनवाई शुरू हुई जिसका मुस्लिम लॉ बोर्ड और केंद्र सरकार ने कड़ा विरोध किया.
सुनवाई के दूसरे दिन, केंद्र सरकार ने कोर्ट से आग्रह किया, अगर वह इस मामले को सुनना ही चाहती है, तो देश के राजनीतिक, सामाजिक और भौगोलिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए वह देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से पहले उनका पक्ष सुने इसके बाद वह आगे बढ़े, हालांकि कोर्ट ने मामले की सुनवाई जारी रखी.
याचिकाकर्ताओं की तरफ से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने इस मामले पर अदालत की संवैधानिक बेंच के सामने अपनी दलीले रखीं. इन दलीलों में रोहतगी ने अदालत को इस कानून को क्यों मान्यता देनी चाहिए, इस कानून के बनने से क्या फायदे होंगे इसके बारे में जानकारी दी. तो वहीं एक स्वतंत्र याचिकाकर्ता के पक्ष की तरफ से अदालत में पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंधवी ने भी अपनी बातें अदालत के सामने रखी.
वहीं केंद्र सरकार ने कहा, यह बहुत ही एलीट संवाद है, देश इस समय कई मूलभूत बुनियादी सुविधाओं और बाकी समस्याओं से जूझ रहा है. इससे देश के सामाजिक और राजनीतिक ढ़ांचे पर बड़ा फर्क पड़ सकता है. देश के महाधिवक्ता यानी सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट में कहा, पांच लोग कितने भी बुद्धिमान क्यों न हो लेकिन वह यह तय नहीं कर सकते कि देश के सुदूर कोने में बैठा एक किसान या व्यापारी क्या सोचता है?
Same Sex Marriage: मामले में आज की सुनवाई खत्म
CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा किया चिकाकर्ताओं की ओर से किसी भी मामले में सोमवार को दलीलें बंद की जाएंगी और वकीलों से समय के बंटवारे पर आपस में चर्चा करने को कहा. आज के लिए बहस खत्म.
Same Sex Marriage: हमने एसएमए को चुनौती दी है- विश्वनाथन
CJI डीवाई चंद्रचूड़: हमें बताएं कि आप क्या राहत चाहते हैं.
विश्वनाथन: हमने एसएमए को चुनौती दी है क्योंकि यह विषमलैंगिक के अलावा अन्य विवाहों को मान्यता नहीं देता है. केवल विशेष विवाह अधिनियम में पति, पत्नी या "जीवनसाथी" को जोड़ने की आवश्यकता है. उन्हें (सरकार को) इसे तैयार करने की जरूरत है.
Same Sex Marriage: एक लड़का होना चाहिए की धारणा से दूर जा रहे लोग- CJI
CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि लोग इस धारणा से दूर जा रहे हैं कि आपको एक लड़का होना चाहिए. विश्वनाथन अमेरिकी अदालतों के फैसलों का हवाला देते हैं.
Same Sex Marriage: आधुनिक युग का दबाव बढ़ रहा है- सीजेआई
CJI डी वाई चंद्रचूड़: सिर्फ विषमलैंगिक जोड़ों के मामले में अब शिक्षा के प्रसार के साथ, आधुनिक युग का दबाव बढ़ रहा है, जोड़े या तो निःसंतान हैं या एकल बच्चे वाले जोड़े हैं. चीन जैसे देश भी जनसांख्यिकीय लाभांश पर हार रहे हैं. युवा, उच्च शिक्षित बच्चे नहीं चाहते - यह पसंद की बात है.
Same Sex Marriage: चाइस उपलब्ध होनी चाहिए- विश्वनाथन
जस्टिस भट: यह एक प्रवेश द्वार है. यह बहुत सारी संभावनाएं खोलता है, इतने सारे अधिकार-जिनका आप आनंद ले सकते हैं. जिनका आप हिस्सा नहीं हो सकते, आप नहीं हैं.
विश्वनाथन: लेकिन चाइस उपलब्ध होनी चाहिए.