Maharashtra: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) ने एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) के खिलाफ मुंबई पुलिस में मानहानि का केस दर्ज कराया है. ये केस उन्होंने महाराष्ट्र सामाजिक न्याय विभाग की मुंबई जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति से क्लीन चिट मिलने के बाद दर्ज कराया.


समीर वानखेड़े ने नवाब मलिक के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है. यहां बताते चलें कि नवाब मलिक ने महाराष्ट्र में मंत्री रहते हुए वानखेड़े पर एससी-एसटी के फर्जी दस्तावेज बनाकर नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया था. उस समय समीर वाखेड़े फिल्म स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के ड्रग्स केस की जांच कर रहे थे.


गोरेगांव पुलिस थाने में केस दर्ज


अधिकारी के मुताबिक, पुलिस ने रविवार को समीर वानखेड़े की शिकायत के आधार पर मानहानि के आरोप में नवाब मलिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. मुंबई की गोरगांव पुलिस ने आईपीसी के साथ साथ एससी और एसटी एक्ट की धारा 500 और 501 के तहत मामला दर्ज किया है. इस मामले की जांज गोरेगांव डिवीजन के एसीपी करेंगे.


समीर वानखेड़े को एससी-एसटी कमीशन ने दी क्लीन चिट


एनसीबी (NCB) के पूर्व मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को एससी-एसटी कमीशन ने क्लीन चिट दे दी. समीर पर यह आरोप था कि वह सरकारी नौकरी (Government Job) पाने के लिए जाली जाति प्रमाण पत्र (Cast Certificate) जमा किया था. आरोप को लेकर जांच की गई थी. मामले पर एक अधिकारी ने बताया कि यह आदेश महाराष्ट्र सरकार के सामाजिक न्याय विभाग ने शुक्रवार को जारी किया. आदेश में कहा गया है कि भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के अधिकारी वानखेड़े जन्म से मुस्लिम (Muslim) नहीं थे. यह साबित हो गया है कि वह महार जाति से हैं, जो अनुसूचित जाति (SC) की श्रेणी में आती है.


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