नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने अपने मुंबई जोनल चीफ समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को वापस उनके होम काडर भेज दिया है. वानखेड़े पिछले साल ड्रग-ऑन-क्रूज़ मामले में शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन की गिरफ्तारी के बाद मौके पर थे और इस दौरान उन्होंने सुर्खियां बटोरी थीं. अगस्त 2020 में उन्हें NCB के मुंबई क्षेत्रीय निदेशक के रूप में जिम्मेदारी दी गई थी. समीर वानखेडे का एनसीबी में कार्यकाल अगस्त 2021 तक था. उन्हें 4 महीना एक्सटेंशन दिया गया था, जो 31 दिसंबर को खत्म हो गया. इसके बाद उन्हें होम काडर कस्टम विभाग में दोबारा भेज दिया गया है.
वानखेड़े जिन मामलों की जांच में शामिल रहे, उनमें अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कथित बॉलीवुड ड्रग सिंडिकेट पर शिकंजा कसना भी है. रिया चक्रवर्ती से लेकर अन्य अभिनेताओं को एनसीबी ने उनके कार्यकाल के दौरान गिरफ्तार किया और पूछताछ की. पिछले साल अक्टूबर में उनकी टीम ने कथित तौर पर मुंबई तट से दूर क्रूज जहाज पर ड्रग्स बरामद किया और आर्यन खान और अन्य को गिरफ्तार किया. एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारी पर भ्रष्टाचार, असाधारण जीवन शैली और जाति प्रमाण पत्र धोखाधड़ी सहित बड़े आरोपों का भी सामना करना पड़ा.
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NCP नेता मलिक ने वानखेड़े पर करोड़ों की जबरन वसूली का आरोप लगाया था. समीर वानखेड़े ने सेवा विस्तार की मांग नहीं की थी. सितंबर के महीने में उन्हें चार महीने का सेवा विस्तार दिया गया था. समीर वानखेड़े ने मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में जांच का नेतृत्व करने के लिए सुर्खियां बटोरी थीं. इस मामले में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन को 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. 2008 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के अधिकारी समीर वानखेड़े, सेवानिवृत्त महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी दयानदेव वानखेड़े के बेटे हैं.
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समीर वानखेड़े ने एनसीबी के साथ अपने कार्यकाल से पहले एयर इंटेलिजेंस यूनिट (एआईयू) के डिप्टी कमिश्नर और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अतिरिक्त एसपी के रूप में कार्य किया. बाद में वह सीमा शुल्क के सहायक आयुक्त के रूप में नियुक्त हुए और मुंबई हवाई अड्डे पर तैनात थे. मुंबई एयर इंटेलिजेंस यूनिट के साथ काम करते हुए, उन्होंने कई मशहूर हस्तियों को पकड़ा जो सीमा शुल्क से बच रहे थे. अगस्त 2020 में सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स मामले की जांच के लिए वह NCB में पहुंचे. मामले को अपने हाथ में लेते हुए उन्होंने 33 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया. उन्हें 2021 में काम में उत्कृष्टता के लिए 'गृह मंत्री पदक' से सम्मानित किया गया था.