(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kisan Mahapanchayat: दिल्ली में सोमवार को किसान महापंचायत, SKM ने संख्या को लेकर किया ये दावा, पुलिस ने भी की है तैयारी
SKM Meeting: किसानों ने एक बार फिर से एमएसपी, कर्जमाफी, बिजली बिल और किसानों को पेंशन संबंधी तमाम मांगों को लेकर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है.
Kisan Mahapanchayat In Delhi: एक बार फिर से किसान आंदोलन शुरू होने के संकेत नजर आ रहे हैं. किसान नेताओं की ओर से सोमवार यानी 20 मार्च को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया गया है. इस मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने रविवार (19 मार्च) को एक बैठक की. बैठक के बाद एसकेएम ने कहा, "दिल्ली के रामलीला मैदान में 20 मार्च को होने वाली किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए पूरे देश से लाखों किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी के लिए कूच किया है."
एसकेएम ने एक बयान में कहा कि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के लाखों किसान 20 मार्च को दिल्ली में आयोजित होने वाले ‘किसान महापंचायत’ में हिस्सा लेने आ रहे हैं. एसकेएम नेता दर्शन पाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "केंद्र सरकार को 9 दिसंबर 2021 को हमें लिखित में दिए गए आश्वासन को पूरा करना चाहिए और साथ ही किसानों के सामने बढ़ते संकट को दूर करने के लिए कदम उठाने चाहिए."
MSP पर गठित समिति को भंग करने की मांग
एसकेएम ने केंद्र से एमएसपी पर गठित समिति को भंग करने की मांग की और आरोप लगाया है कि वह किसानों की मांग के विपरीत है. किसानों ने पेंशन देने, कर्ज माफी, किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को मुआवजा देने और बिजली विधेयक वापस लेने की मांग की है. एसकेएम ने बयान में कहा, "संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया बिजली संशोधन विधेयक-2022 वापस लिया जाना चाहिए.
गांव में 300 यूनिट मुफ्त बिजली की मांग
एसकेएम ने अपनी मांग दोहराई कि कृषि के लिए बिजली मुफ्त दी जानी चाहिए और ग्रामीण घरों से हर महीने 300 यूनिट बिजली पर कोई शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने कहा, "केंद्र ने लिखित में आश्वासन दिया था कि वह एसकेएम से चर्चा के बाद विधेयक को दोबारा संसद में पेश करेगी, लेकिन इसके बावजूद उसने विधेयक पेश कर दिया." एसकेएम ने पिछले महीने ही बताया था कि एमएसपी को लेकर 20 मार्च को महापंचायत बुलाई जाएगी.
2021 में वापस लिया था आंदोलन
बता दें कि एसकेएम ने अब वापस हो चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ करीब एक साल तक चले किसान आंदोलन का नेतृत्व किया था. एसकेएम ने दिसंबर 2021 में अपना आंदोलन सरकार से प्रदर्शन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने और एमएसपी की गारंटी सहित उनकी लंबित मांगों पर विचार करने का आश्वासन मिलने के बाद वापस ले लिया था. आंदोलन वापस लेते समय किसानों ने कहा था कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो फिर से आंदोलन किया जाएगा.
दिल्ली पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
किसान महापंचायत को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. रामलीला मैदान के आसपास की सड़कों, विशेष रूप से जवाहर लाल नेहरु मार्ग से दिल्ली गेट से अजमेरी गेट चौक तक की सड़कों से बचने की सलाह दी गई है. इसके अलावा किसान महापंचायत के लिए हमने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. हम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमने यह सुनिश्चित करने के लिए 2,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से हो और कानून व्यवस्था बनी रहे."
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