Samyukt Kisan Morcha Fateh Diwas: संयुक्त किसान मोर्चा ने 19 नवंबर को ‘फतह दिवस’ के रूप में मनाने का एलान किया है. किसान नेता दर्शन पाल ने गुरुवार (17 नवंबर) को कहा कि 19 नवंबर को फतह दिवस के रूप में मनाया जाएगा क्योंकि पिछले साल इसी दिन केन्द्र सरकार ने विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने का आदेश दिया था.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल ने कहा कि किसान आंदोलन के अगले चरण पर फैसला करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की एक बैठक आठ दिसंबर को करनाल में होगी. संयुक्त किसान मोर्चा किसानों की लंबित मांगों पर केन्द्र के आश्वासन पूरे नहीं होने का आरोप लगाते हुए 26 नवंबर को पूरे देश में राज भवनों तक मार्च निकालने का भी एलान किया है.
किसानों ने 2020 में किया था आंदोलन शुरू
गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन किया था. किसानों ने नवंबर 2020 में आंदोलन शुरू किया था. इस आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में किसानों की मौत भी हुई थी. किसान आंदोलन के करीब एक साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में गुरुपर्व के पवित्र अवसर पर तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा की थी.
पीएम मोदी ने कानून वापस लेने का किया था एलान
राष्ट्र को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने दावा किया था कि कानूनों से किसानों को लाभ होता. उन्होंने कहा था कि मैं देश से माफी मांगता हूं, क्योंकि लगता है कि हमारे प्रयासों में कुछ कमी रह गई, जिसके कारण हम कुछ किसानों को समझाने में असमर्थ रहे.
किसानों ने आंदोलन किया था खत्म
उन्होंने कहा था कि मैं सभी को ये घोषणा करना चाहता हूं कि हमने इन कानूनों को रद्द करने का फैसला किया है. मुझे उम्मीद है कि प्रदर्शनकारी किसान अब अपने घरों को लौटेंगे, अपने खेतों में लौटेंगे. पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद किसानों ने अपना आंदोलन (Farmers Protest) खत्म कर दिया था.
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