Priyank Kharge On FIR: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादित बयान के बाद उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में एफआईआर दर्ज हुई. इसके साथ एक एफआईआर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे के खिलाफ भी दर्ज की गई. मामले पर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा है कि उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है.


समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, “मुझे परवाह नहीं है, वे जो चाहें कर सकते हैं, मेरा बयान बहुत स्पष्ट है. ये किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं है. मैंने कहा था कि कोई भी धर्म जो समानता का उपदेश नहीं देता वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है. संविधान मेरा धर्म है. अगर यूपी में कोई समस्या है तो मुझे नहीं लगता कि ये मेरी समस्या है. जो भी करना होगा हम करेंगे.”


क्या है पूरा मामला?


दरअसल, डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायर, डेंगू और मलेरिया से करते हुए इसे खत्म करने की बात कही थी. उदयनिधि ने कहा था, “कुछ चीजें हैं जिन्हें खत्म करना है सिर्फ विरोध करने से कुछ नहीं होगा. डेंगू, मलेरिया और कोरोना ऐसी चीजें हैं जिनका विरोध नहीं कर सकते. इन्हें खत्म करना है. सनातनम भी ऐसा ही है. इसका विरोध करना नहीं बल्कि इसका उल्मूलन करना हमारा पहला काम है.”






इसके बाद कर्नाटक में मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा था, “कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता या ये सुनिश्चित नहीं करता है कि आपको इंसान होने का सम्मान मिले, वो मेरे मुताबिक धर्म नहीं है.” कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे अपने इस बयान पर कायम हैं. इसी मामले को लेकर दक्षिण के दोनों नेताओं पर उत्तर भारत के राज्य उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज हुई है.


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