Sand Mining Case: लोकसभा चुनाव के पहले लालू यादव के करीबी पर कसा ED का शिकंजा, 22 मार्च तक मिली सुभाष यादव की न्यायिक हिरासत
ED Action Against Subhash Yadav: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बीती 9 मार्च को लालू यादव के करीबी सुभाष यादव के ठिकानों पर छापेमारी करके 2 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश बरामद किया था.
Illegal Sand Mining Case: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका उस वक्त लगा जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके करीबी आरजेडी नेता सुभाष यादव के ठिकानों पर शनिवार (09 मार्च) को छापेमारी की. फिलहाल सुभाष यादव को 22 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. ईडी ने आरोपी सुभाष यादव को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया था.
सुभाष यादव के पटना स्थित 6 ठिकानों से करीब 2.30 करोड़ रुपये कैश और केस से जुड़े जरूरी दस्तावेज बरामद हुए थे. ईडी ने 9 मार्च को अवैध रेत खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में सुभाष यादव और उनके करीबियों के ठिकानों पर रेड की थी. ईडी ने ये कार्रवाई मेसर्स ब्रॉडसन्स कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड यानि BCPL और उसके डायरेक्टर्स के खिलाफ पहले से बिहार पुलिस में दर्ज 20 एफआईआर के आधार पर की.
ईडी को जांच में क्या मिला?
जांच में पता चला कि कंपनी के डायरेक्टर बिना ई-चालान रेत के अवैध खनन और बिक्री में लगे हैं. इस अवैध खनन से करीब 161 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. जांच में सामने आया कि इस अवैध खनन से जुड़ा सिंडिकेट जोकि इस कंपनी में इन्वेस्ट कर अवैध खनन के जरिये लाभ कमा रहा है जो और कुछ नहीं बल्कि POC है.
सुभाष यादव सिंडिकेट के प्रमुख सदस्य होने के साथ-साथ मेसर्स ब्रॉड सन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक भी हैं, जो अवैध रेत खनन और रेत की बिक्री में शामिल था. जांच से यह भी पता चला है कि सुभाष यादव ने अपराध से भारी कमाई की है और अपनी कंपनियों के नाम पर विभिन्न अचल संपत्तियां हासिल करके इसे छुपाया है.
09.03.24 को तलाशी अभियान के दौरान रुपये की अस्पष्ट नकदी बरामद हुई, लगभग 2.37 करोड़ और सुभाष यादव के एक कर्मचारी और करीबी सहयोगियों के परिसर से आपत्तिजनक डेटा वाले पेनड्राइव, मोबाइल फोन और लैपटॉप सहित डिजिटल उपकरण पाए गए और जब्त किए गए हैं. एकत्र की गई सामग्री के आधार पर और मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में उनकी भूमिका के आधार पर, सुभाष यादव को 09.03.24 को गिरफ्तार किया गया और 10.03.2024 को विशेष पीएमएलए कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां उन्हें 22.03.2024 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
तीन बार सर्च ऑपरेशन चला चुकी है ईडी
इससे पहले इस मामले में ईडी 3 बार सर्च ऑपरेशन चला चुकी है और मेसर्स बीएसपीएल के निदेशक और सिंडिकेट सदस्य राधा चरण साह, (एमएलसी, बिहार) और उनके बेटे कन्हैया कुमार समेत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
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