Sandeep Singh News: हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह यौन उत्पीड़न के आरोप झेल रहे हैं. संदीप सिंह के खिलाफ चंडीगढ़ के सेक्टर 26 पुलिस स्टेशन में  354A (यौन उत्पीड़न) का केस दर्ज है. इस केस में अब एसआईटी (SIT) ने पीड़िता के कपड़े कब्जे में ले लिए हैं. ये वही कपड़े हैं जो कथित घटना के समय पहने गए थे. 


इस मामले में पीड़ित महिला कोच के वकील दीपांशु बंसल का कहना है कि पुलिस ने पीड़िता के कपड़े (कब्जे में) ले लिए हैं, जो उसने घटना के दिन पहने थे और एफआईआर में धारा 509 भी जोड़ी गई है. 


वकील ने आगे कहा, "हम पहले दिन से कह रहे हैं कि यह केवल उत्पीड़न का मामला नहीं है. जूनियर कोच के बयान के मुताबिक, पुलिस को मंत्री के खिलाफ रेप की कोशिश का केस दर्ज करना चाहिए था, जिसे देर-सबेर जोड़ना ही होगा. मामला दर्ज करने के लगभग एक हफ्ते के बाद, पुलिस ने आईपीसी की धारा 509 जोड़ी है जो हमें न्याय की उम्मीद देती है."


फोन की होगी फॉरेंसिक जांच


एसआईटी ने महिला कोच के फोन को भी फॉरेंसिंग जांच के लिए भेजा है. इसी के साथ पुलिस सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है. बता दें कि मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 354A (यौन उत्पीड़न), 354B (उच्छेदन करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 342 (गलत कारावास) और भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की थी.


सीएम खट्टर के पास रहेगा खेल विभाग


गौरतलब है कि संदीप सिंह के खेल विभाग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अब खुद देखेंगे. हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शनिवार (7 जनवरी) को खेल और युवा कार्य का पोर्टफोलियो खट्टर को सौंपा. आधिकारिक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई. 


संदीप सिंह ने खेल मंत्रालय छोड़ा


इसमें कहा गया, "हरियाणा के राज्यपाल ने सीएम की सलाह पर खेल और युवा कार्य विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उनका मौजूदा पोर्टफोलियो के साथ सौंप दिया है जो तुरंत प्रभाव से लागू होगा." संदीप सिंह ने नैतिक आधार का हवाला देकर खेल मंत्रालय छोड़ दिया था. हालांकि, उन्होंने सरकार के मंत्री के तौर पर इस्तीफा नहीं दिया है.


ये भी पढ़ें- कंझावला कांड पर AAP Vs BJP, कपिल मिश्रा ने उठाया शराब का मुद्दा, कहा- असल मुद्दे पर बात नहीं करती आम आदमी पार्टी