Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल में संदेशखाली केस को लेकर स्थानीयों का गुस्सा फिर फूटा है. शुक्रवार (23 फरवरी, 2024) को लोगों ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता और इस मामले में आरोपी शाहजहां शेख के भाई सिराज शेख की संपत्ति को फूंक दिया. शाहजहां शेख के भाई की यह प्रॉपर्टी बेरमजदूर के कचारी इलाके में आग के हवाले की गई.
वैसे, एक रोज पहले यानी गुरुवार (22 फरवरी, 2024) रात को सिराज शेख की एक प्रॉपर्टी में आग लगा दी गई थी. गांव वालों का आरोप था कि सिराज शेख और उसके लोगों ने ग्रामीणों को जमीनें हड़पी हैं. यही वजह है कि उन लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया. मौके पर भारी संख्या में पुलिस वाले भी पहुंचे थे.
बीजेपी नेताओं को संदेशखाली जाने से रोका गया
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं को संदेशखाली जाने से रोक दिया गया. भोजेरहाट में पुलिस टीम ने बीजेपी की सांसद लॉकेट चटर्जी और अन्य नेताओं को आगे नहीं बढ़ने दिया. वे लोग इस दौरान विरोध जताते हुए बोले कि उन्हें संदेशखाली नहीं जाने दिया जा रहा है. ताजा जानकारी के मुताबिक, बीजेपी नेत्री लॉकेट चटर्जी को हिरासत में ले लिया गया है. उन्हें इसके बाद लाल बाजार ले जाया गया.
दरअसल, लगातार विरोध प्रदर्शनों और मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों के बीच बीजेपी की एक टीम संदेशखाली की महिलाओं से मिलने और उनकी शिकायतों को सुनने के लिए जा रही थी. इस दौरान इन लोगों को पश्चिम बंगाल पुलिस ने बलपूर्वक रोक दिया.
एनएचआरसी ने भेजा नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने इस सप्ताह की शुरुआत में पश्चिम बंगाल राज्य सरकार और पुलिस प्रमुख को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें क्षेत्र में जारी हिंसा और अधिकारों के हनन पर चिंता व्यक्त की गई थी.
संदेशखाली में अशांति उस वक्त और बढ़ गई जब, गुस्साए स्थानीय लोगों ने ग्रामीणों को प्रताड़ित करने के आरोपियों की संपत्तियों में आग लगा दी. पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
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