Sandeshkhali Violence : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के हिंसाग्रस्त संदेशखाली इलाके में महिलाओं का गुस्सा नहीं कम हो रहा. अब एक महिला ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खरी खोटी सुनाई है. उसने कहा है, "हमें 1000 रुपये (लक्ष्मी भंडार योजना के तहत) देकर मामले के निपटान की कोशिश हो रही है. हमें पैसे नहीं चाहिए, इज्जत चाहिए." उसने यह भी आरोप लगाया है कि इलाके में महिलाओं ने कई बार पुलिस से शिकायत (यौन उत्पीड़न की) की है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.





'क्या ममता बनर्जी को दिखाई नहीं देता?'


न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में उस महिला ने कहा है, "हमने कई बार शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ, यहां की पुलिस बंगाल के लोगों के लिए नहीं है. ममता बनर्जी क्या कर रही हैं? क्या वह देख नहीं सकतीं कि यहां क्या हो रहा है? क्या उन्हें दिखाई नहीं देता?" महिला ने इसी दौरान आगे कहा, "1000 रुपये देकर मोलभाव करने की कोशिश कर रहे हैं, हम ऐसा नहीं चाहते. हम केवल सम्मान और शांति चाहते हैं. हम अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं."


संदेशखाली में अब तक क्या-क्या हुआ है?


संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं ने तृणमूल (TMC) के फरार नेता शाहजहां शेख पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महिलाओं ने दावा किया है कि शेख शाहजहां के साथ स्थानीय दो टीएमसी नेता शिबू हाजरा और उत्तम सरदार के साथ उनके लोग महिलाओं का सालों से यौन उत्पीड़न करते रहे हैं. आदिवासियों की जमीन जबरदस्ती कब्जा कर ली जाती है और पुलिस से मदद मांगने के बावजूद उन्हें तृणमूल नेताओं से ही समझौता करने की सलाह दी जाती है.


पिछले 15 दिनों से पूरे इलाके में विरोध प्रदर्शन और तनावपूर्ण माहौल है. शिबू हाजरा और उत्तम सरदार को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन शाहजहां फरार है. ये वही शाहजहां शेख है जिस पर पहले भी संदेशखाली इलाके में दंगे का आरोप लगा था. इसी शाहजहां शेख के ठिकाने पर जब ईडी की टीम छापा मारने पहुंची थी (5 जनवरी)  तो उसने ईडी टीम पर जानलेवा हमला कराया था. 


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